निफ्टी और सेंसक्स में भारी गिरावट: शेयर बाजार
निफ्टी 2017 के बाद पहली बार 9000 अंक के निचे आ गया है।
कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी दुनिया में फ़ैल रहा है। जिसका असर दुनिया भर के शेयर बाजारों पर पड़ा है। कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में भी फ़ैल रहा है। लेकिन भारत से ज्यादा यूरोप और अमेरिका में ज्यादा है। अमेरिका में कोरोना के कारण वहां के शेयर बाजार पे बहुत ज्यादा असर पड़ा है। सोमवार को अमेरिका के शेयर बाजार ने तीन दशकों की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की है।
भारत के शेयर बाजार पर भी कोरोना का बहुत ज्यादा असर पड़ा है। कोरोना के कारण भारतीय शेयर बाजार लगातार मंगलवार को भी भरी गिरावट के साथ बंद हुआ है। अंतिम घंटे के समय जबरदस्त बिकवाली ने प्रमुख सूचकांक पर दबाव बढ़ा दिया। दबाव बढ़ने के कारण निफ्टी 2017 के बाद पहली बार 9000 अंक के निचे आ गया है।
यस बैंक के शेयरों ने लगाईं 59 प्रतिशत की छलांग
कोरोना वायरस ने शेयर बाजारों की बहुत बुरी दशा कर दी है। कोरोना वायरस के कारण बीएसई सेंसक्स में भी गिरावट आई है। बीएसई सेंसक्स 811 अंक या 2.58 प्रतिशत लुढककर 30,579 पर बंद हुआ था। निफ्टी 50 इंडेक्स ने 230अंक या 2.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8967 पर कारोबार बंद किया था। बीएसई मिडकैप इंडेक्स ने पौने दो और स्मालकैप इंडेक्स ने सवा दो प्रतिशत तक की कमजोरी दर्ज की है।
निफ्टी 50 इंडेक्स पर यस बैंक के शेयरों ने 59 प्रतिशत से छलांग लगाईं है। इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर,आयशर मोटर्स, हीरो मोतोकार्प, कोल इंडिया, मारुती सुजुकी, एशियन पेंट्स,सिप्ला, पॉवर ग्रिड और अदानी पार्ट्स के शेयरों ने सबसे अधिक तेजी दिखाई है।
निफ्टी 50 इंडेक्स पर 16 शेयर हरे, जबकि 34 शेयरों ने लाल निशान के साथ कारोबार का अंत किया। सेंसेक्स पर नौ शेयर चढ़े, जबकि 21 शेयरों ने निराश किया। बीएसई पर 975 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए और 1,695 शेयरों में नरमी देखने को मिली।