नीलांचल इस्पात निगम लि. की रणनीतिक बिक्री के प्रस्ताव को मंजूरी मिली
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस फैसले से अवगत कराया।
बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सरकार ने ओडिशा सरकार के दो सार्वजानिक उपक्रमों के साथ गठित संयुक्त उद्यम कंपनी नीलांचल इस्पात निगम लि. में केंद्रीय उपक्रम MMTC, NMTC, MECON, और BHEL की हिस्सेदारी के विनिवेश के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। सरकार ने इसके तहत छह सार्वजनिक उपक्रमों को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने की इजाज़त दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस फैसले से अवगत कराया। इकॉनोमिक टाइम्स के अनुसार सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) की बैठक में यह फैसला किया गया।
बैठक के मुख्य आकर्षण
- नीलांचल इस्पात निगम लि. में केंद्रीय उपक्रमों की हिस्सेदारी के विनिवेश के मंजूरी दी गयी।
- एनआईएनएल के रणनीतिक खरीदार की पहचान दो चरण की नीलामी प्रक्रिया के जरिये की जाएगी।
- विनिवेश से प्राप्त रकम का इस्तेमाल सामाजिक क्षेत्र और विकास कार्यक्रमों के वित्तपोषण में होगा।
- नीलांचल इस्पात निगम लि. (NINL) संयुक्त उद्यम कंपनी है।
- NINL में एमएमटीसी, एनएमडीसी, भेल, मेकॉन, ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन और आईपीआईसीओएल की हिस्सेदारी है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
नीलांचल इस्पात निगम लि. (NINL) संयुक्त उद्यम कंपनी है। इसमें चार केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों खनिज और धातु व्यापार निगम लिमिटेड (एमएमटीसी ) की 49.78 प्रतिशत, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) की 10.10 प्रतिशत, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लि. (भेल) और मेकॉन की 0.68-0.68 प्रतिशत तथा ओडिशा सरकार की दो कंपनियों ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशनकी 20.47 प्रतिशत और आईपीआईसीओएल की12 प्रतिशत हिस्सेदारी है।