NMDC अपने 8000 कर्मचारियों को देगी मास्क-सैनिटाइजर के लिए रुपय
ये सहायता राशि कर्मचारियों के वेतन के अतिरिक्त होगी
जहां कई बड़ी कंपनियां कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति से अपनी आर्थिक स्थिति को बचाए रखने के लिए अपने कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेज रही हैं, या वेतन में कटौती कर रही हैं, वहीं पर कुछ ऐसी भी कंपनियां हैं जो अपने कर्मचरियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा और देखभाल के लिए इतनी सजग और जागरूक हैं कि वे अपने कर्चारियों के वेतन के अतिरिक्त भी लाभ देने में पीछे नहीं हट रही हैं| इन्हीं कर्मचारी हितैसी कंपनियों में से एक कंपनी है NMDC ( National Mineral Development Corporation )|
कंपनी वेतन के अतिरिक्त देगी राशि
ज्ञात हो कि NMDC अपने स्थाई, अस्थाई और कॉन्ट्रैक्ट पे काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क और सैनिटाइजर खरीदने के लिए 1000-1000 रूपए देगी और दिलचस्प ये है कि यह राशि उनके सैलरी के अतिरिक्त हो
हाल ही में हुई है मूल्य वृद्धि
NMDC के अध्यक्ष एन बैजेंद्र कुमार ने एक tweet के द्वारा माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि यह सहायता इस लिए दी जा रही है क्योंकि विगत कुछ समय से कोरोना वायरस के प्रभाव क्षेत्र के विस्तार के साथ भारत में मास्क और सैनिटाइजर के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि हुई है| इस राशी की सहायता से कर्मचारी अपने स्वास्थ्य की देखभाल ज्यादा अच्छे से कर पाएंगे|
सभी 8000 कर्मचरियों को मिलेगा फायदा
ज्ञात हो कि भारत की एक बड़ी सरकारी आयरन ओर कंपनी NMDC में वर्तमान में कुल 8000 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से 5500 स्थाई और 2500 अस्थाई कर्मचारी हैं| यह 1000-1000 रूपए की राशि सभी स्थाई, अस्थाई और कॉन्ट्रैक्ट कर्मचरियों को समान रूप से प्रदान की जाएगी|
सरकार के वार्निंग से हुआ है मूल्य हास
हालांकि केंद्र सरकार ने मास्क और सैनिटाइजर के मूल्य नियंत्रण के लिए आदेश जारी करते हुए सभी कंपनियों को वार्निंग दी है| सरकार के इस आदेश के बाद से इनके मूल्य में तो कमी आई है, मगर खपत में अधिकता की वजह से अभी भी इसकी उपलब्धता कम है, जिससे ब्लैक में अधिक मूल्य पर मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री जारी है| सरकार को इस जमाखोरी और ब्लैक मार्केट पर नियंत्रण के लिए भी प्रयास करने होंगे| फिलहाल NMDC से देश के अन्य कंपनियों को भी सबक लेने की आवश्यकता है, ताकि कोरोना वायरस की वजह से उत्पन्न इस मुश्किल घडी में उन कर्मचारियों के स्वास्थ्य और जानमाल की सुरक्षा हो सकें जो उनके लिए जी जान से मेहनत करते हैं|