टाटा स्टील के निवेशकों को राहत, क़ीमत और मांग दोनों में बढ़त
स्टील के दाम में तेजी का रुझान बना।
टाटा स्टील के निवेशकों के लिए राहत भरी खबर है। इन दिनों स्टील के दाम में तेजी का रुझान बना हुआ है फलस्वरूप मांग में मजबूती आने के शुरुआती संकेत बन रहे हैं जो यक़ीनन टाटा स्टील को राहत देने वाली है।
पिछले तीन महीनों में स्टील का दाम लगभग 10% बढ़कर 37,500 प्रति टन हो गया है। स्टील बनाने में दुनिया में सबसे आगे चीन से सप्लाई बंद होने से स्टील की क़ीमतों में इजाफ़ा हुआ है। इम्पोर्टेड स्टील का प्राइस घरेलू बाजार में चल रहे दाम से लगभग 10% ज्यादा है इसलिए इसकी कीमत और बढ़ने की गुंजाइश बनी हुई है। टाटा स्टील के यूरोपियन बिजनेस को स्टील का दाम ज्यादा मिल सकता है, जहां कंपनी मार्जिन बढ़ाने के लिए रिस्ट्रक्चरिंग के कई उपाय कर रही है।
ख़ास बिंदु एक नज़र में
- टाटा स्टील के निवेशकों के लिए राहत भरी खबर है।
- स्टील के दाम में 1,000 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी।
- स्टील का दाम लगभग 10% बढ़कर 37,500 प्रति टन हो गया है।
- कंपनी मार्जिन बढ़ाने के लिए रिस्ट्रक्चरिंग के कई उपाय कर रही है।
- कंपनी का शेयर शुक्रवार को पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में 10% से ज्यादा चढ़ा।
- टाटा स्टील का कहना है कि डिमांड के मोर्चे पर हरे सिग्नल बन रहे हैं।
दिसंबर में खत्म तीसरे तिमाही में देश की सबसे बड़ी स्टील कंपनी का नतीजा पिछले 15 क्वार्टर में सबसे कमजोर रहा। कंपनी को मामूली प्रॉफिट होने के बजाय भारी लॉस हुआ जिसके कारण दबाव बनने की वजह कंपनी को कम दाम मिलना है जो कंसॉलिडेटेड बेसिस पर 8% कम रहा है। यूरोप में कंपनी का नेट रियलाइजेशन 75 पौंड यानी लगभग 7,200 रुपये प्रति टन कम रहा जो तिमाही आधार पर 10% है। समाचार एजेंसी से प्राप्त ख़बरों के अनुसार एनालिस्ट कॉल में टाटा स्टील मैनेजमेंट ने कहा कि यूरोपियन बिजनेस में लॉस होने का कारण नेगेटिव प्राइस स्प्रेड रहा है जो ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम के चलते फिर से पॉजिटिव हो सकता है। यह दिग्गज यूरोपियन स्टील कंपनी आर्सेलरमित्तल की पॉजिटिव कमेंटरी के अनुसार है जो पिछले क्वॉर्टर में बने इंपोर्ट प्रेशर के चलते खुद कम रियलाइजेशन की समस्या से जूझ रही थी।
कंपनी का शेयर शुक्रवार को पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में 10% से ज्यादा चढ़ा। हालांकि सोमवार को इसका शेयर 5.84% यानी ~27.50 की तेज गिरावट के साथ ~443.45 पर रहा। जहां तक घरेलू बाजार की बात है तो टाटा स्टील के मैनेजमेंट का कहना है कि डिमांड के मोर्चे पर हरे सिग्नल बन रहे हैं। स्टील के दाम में 1,000 रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी जितनी बार होगी उतनी बार टाटा स्टील का प्रॉफिट 10-12% बढ़ेगा।