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राहत पैकेज के समर्थन में रिज़र्व बैंक ने रेपो दर में की कटौती

मौद्रिक नीति समिति की बैठक तय समय से पहले संपन्न।

कोरोना संक्रमण से जूझ रहे परिस्थितियों के बीच केंद्रीय रिजर्व बैंक ने रेपो दर में .75 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है केन्द्रीय बैंक ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की तीन दिवसीय समिति की बैठक के बाद यह घोषणा की है

गौरतलब है कि समिति की बैठक पहले अप्रैल के प्रथम सप्ताह में होनी तय हुई थी परन्तु मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुये इसे 25 से 27 मार्च के बीच कर दिया गया। इस बैठक में यह निर्णय प्रधान मंत्री की राहत पैकेज की घोषणा के समर्थन में किया गया है। इस कटौती के बाद रेपो दर 4.40 प्रतिशत पर आ गई। इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर में भी .90 प्रतिशत की कटौती कर इसे 4 प्रतिशत पर ला दिया।

ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने कोरोना से पनपी स्थितियों में जनता को राहत देने हेतु वृहस्पतिवार को गरीबों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिये 1.70 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज की घोषणा की है। रिजर्व बैंक ने इस घोषणा के एक दिन बाद ही यह कदम उठाया है ।

3.74 लाख करोड़ रुपये की नकदी बढ़ने का है अनुमान 

उम्मीद है इन तमाम उपायों से अर्थव्यवस्था में 3.74 लाख करोड़ रुपये की नकदी बढ़ेगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक मिशन में रहकर काम कर रहा है। मौजूदा परिस्थिति में रिजर्व बैंक हर ज़रूरी कदम उठायेगा।

उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुये तय समय से पहले 25 से 27 मार्च के बीच कर दिया गया। श्री दास ने ये भी बताया कि सीआरआर में कटौती, रेपो दर आधारित नीलामी समेत अन्य कदम से बैंकों के पास कर्ज देने के लिए 3.74 लाख करोड़ रुपये के बराबर अतिरिक्त नकद धन उपलब्ध होगा।

विदित हो रिजर्व बैंक ने बैंकों के नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी एक प्रतिशत की कमी की है जो कि घटकर तीन प्रतिशत रह गई।