निवेशकों की उम्मीदों को लगा झटका, SBI CARDS का IPO 13% लुढका
पचास प्रतिशत ज्यादा प्रॉफिट के साथ लिस्टिंग होने की थी उम्मीद
डिस्काउंट किसे नहीं भाता है, मगर आज SBI कार्ड्स के निवेशकों को डिस्काउंट एकदम भी अच्छा नहीं लग रहा है| कोरोना वायरस के चौतरफा दुष्प्रभाव का नतीजा आज भारत के सबसे बड़े कमर्शियल बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) के SBI CARDS के IPO के लिस्टिंग पर भी देखने को मिला| आज जब सभी निवेशक SBI कार्ड्स के IPO के लिस्टिंग पर भारी प्रॉफिट की उम्मीद लगाए बैठे थे, उस समय शेयर बाज़ार में इसकी लिस्टिंग 13% डिस्काउंट के साथ हुआ, जिससे निवेशकों को भारी झटका लगा है| NSE में SBI CARDS की लिस्टिंग 661 रुपय पर हुई, जबकि BSE पर 658 रुपय के मूल्य पर|
हुआ था 26.5 गुना सब्सक्रिप्शन
ज्ञात हो कि जब 2 मार्च को SBI CARDS का IPO खुला तो निवेशकों ने इसको हाथों-हाथ लिया, और छोटे-बड़े सभी निवेशकों ने इसके आईपीओ के लिए खुलकर आवेदन किया, इसी का परिणाम है कि SBI CARDS की सीमा से 26.5 गुना इसके लिए आवेदन हुआ अर्थात 26.5 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ| ऐसे यह सब्सक्रिप्शन उम्मीद से थोड़ी कम ही थी, मगर इसके बाद भी SBI CARDS के IPO के लिए आवेदन किए निवेशकों को उम्मीद थी कि SBI CARDS की लिस्टिंग अपने इश्यू प्राइस 750-755 रुपए से ऊपर ही होगी, मगर आज सुबह जब SBI CARDS की लिस्टिंग हुई तो यह उम्मीद से काफी कम यानी 660 रूपए के स्तर पर थी| यह देख SBI CARDS में 50% तकन के भारी मुनाफे की उम्मीद से निवेश किए निवेशकों में भारी निराशा छा गई|
पूर्व में ही हो गई थी नुकसान की उम्मीद
हालांकि इस नुकसान की उम्मीद बहुत से बाज़ार विश्लेषक निवेशकों को पूर्व में ही होने लगी थी, इसी वजह से कई निवेशक SBI CARDS लिस्टिंग से पूर्व ही अपने धन वापसी की मांग करने लगे थे|
यूं बदली परिस्थितियां
मगर साल के इस सबसे ज्यादा बहुप्रतीक्षित IPO के लिए इतनी सकारात्मक परिस्थितियां एक ही झटके में कैसे नकारात्मक हो गई| इसके लिए SBI CARDS IPO निवेश के लिए आवेदन मंगाने और लिस्टिंग के बीच उत्पन्न परिस्थितियां जिम्मेदार हैं| 2 मार्च से लेकर 16 मार्च के इन दो हफ़्तों के बीच शेयर बाज़ार की स्थिति कोरोना वायरस और रूस-सऊदी ट्रेड वार के वजह से पॉजिटिव से नेगेटिव में बदल चुकी थी| इसी कारण से 50% अधिक के प्राइस के साथ खुलने की उम्मीद लगाए SBI CARDS का आईपीओ 13% डिस्काउंट के साथ खुला| हालांकि भविष्य में वैश्विक और भारतीय शेयर बाज़ार में परिस्थितियों के परिवर्तन से इसके मूल्य में सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद हैं, मगर फिलहाल निवेशक SBI CARDS से निराश हैं|