SBI कोरोना वायरस से लड़ने के लिए करेगा 28 करोड़ खर्च
Coronavirus India Update: SBI कोरोना वायरस से लड़ने के लिए करेगा 28 करोड़ खर्च
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए अपने मुनाफे की 0.25 फीसदी राशि देने की घोषणा की है। एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने मंगलवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। बैंक की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि साल 2019-20 की कुल कमाई का 0.25 पर्सेंट वह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में खर्च करेगा।
चालू वित्त वर्ष (2019-20) की पहली तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 2312 करोड़, दूसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट 3011 करोड़ और तीसरी तिमाही में 5583 करोड़ रहा था। अब तक एसबीआई के तीनों तिमाही का नेट प्रॉफिट का अगर 0.25 पर्सेंट निकालते हैं तो यह रकम 28 करोड़ होता है। चौथी तिमाही जारी है। ऐसे में मदद की राशि कम से कम 28 करोड़ तो जरूर होगी।
फिलहाल राष्ट्र के एकजुट होने का है वक़्त
एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने बताया कि कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए इस्तेमाल होने वाली राशि सीएसआर फंड से आएगी। बैंक मुख्य रूप से स्वास्थ्य देखभाल में लगे लोगों के सहयोग से वंचितों की स्वास्थ्य सुविधा और उनके इलाज पर यह राशि खर्च करेगा।
रजनीश कुमार ने कहा ‘यह राष्ट्र के एकजुट होने का समय है। हम एसबीआई में इस महत्वपूर्ण अवधि के बीच भारत के लोगों और समुदायों के लिए हर तरीके से अपना समर्थन जारी रखेंगे। मैं सभी जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिकों से इस दिशा में आगे आने का आग्रह करता हूं।’
मेदांता ग्रुप के चेयरमैन 100 करोड़ देने की घोषणा की
कॉर्पोरेट की तरफ से यह पहला इस तरह का योगदान है। इससे पहले मेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़ देने की घोषणा की थी। पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने 5 करोड़ की घोषणा की। आनंद महिन्द्रा ने कहा कि वह एक महीने की पूरी सैलरी देंगे।
रिलायंस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि उसकी सीएसआर (कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी) इकाई द्वारा संचालित अस्पताल ने अपने एक अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिये 100 बेड वाली एक इकाई स्थापित की है। कंपनी ने यह भी कहा कि अगर उसका काम रुकता है तो भी वह ठेका पर काम करने वालों की सैलरी नहीं काटेगी।