RBI का ‘Positive Pay system’ क्या है? इसके लागू होते ही नए साल से बदल जाएगा चेक से पेमेंट का तरीका
'Positive Pay system' एक 'Cheque Transactions' में होने वाली धोखाधड़ी का पता लगाने वाला एक प्रकार का टूल है।
Reserve Bank of India, बैंक ग्राहकों के साथ होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए लगातार बड़े और जरूरी कदम उठा रहा है। RBI ने हाल ही में एक RTI के जवाब में जानकारी देते हुए स्पष्ट किया था कि लॉकडाउन के दौरान चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी April-June में 2,050 फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। इस टाइम पीरियड में बैंक और ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए लोगों से 19964 करोड़ रुपए हड़प लिए गए हैं। जिसके चलते अब RBI ने धोखाधड़ी को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। साथ ही बैंकों के बैंक RBI ने एक जनवरी से देश के सभी बैंको में ‘Positive Pay system’ शुरू करने की बात कही है।
गौरतलब है कि RBI ने कुछ दिन पहले ही अपने हाई वैल्यू चेक क्लियरिंग के नियमों में बदलाव किए थे। जिसके लिए बैंक ने ‘Positive Pay system’ सिस्टम शुरू करने की घोषणा की थी। RBI ने यह बदलाव चेक भुगतान में ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाने और चेक लीफ की छेड़छाड़ के जरिए होने वाली धोखाधड़ी को ध्यान में रखते हुए किया था। जिसकी जानकारी खुद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की द्विमासिक समीक्षा बैठक में दी है। ‘Positive Pay’ सिस्टम के जरिए फर्जी चेक के माध्यम से होने वाले फ्रॉड पर लगाम लगाई जा सकेगी।
जानें क्या है RBI का ‘Positive Pay system’
‘Positive Pay system’ एक ‘Cheque Transactions’ में होने वाली धोखाधड़ी का पता लगाने वाला एक प्रकार का टूल है। इसके तहत चेक को इनकैश किए जाने से पहले उससे जुड़ी सारी जानकारी को क्रॉस वेरिफाई किया जाता है। साथ ही चेक इश्यू करने वाला व्यक्ति बैंक के मोबाइल ऐप पर इश्यू किए गए चेक से जुड़ी सारी जानकारी शेयर करता है। जिसमें चेक नंबर, चेक की तारीख, Payee का नाम, अकाउंट नंबर, रकम जैसी जानकारी एवं चेक के आगे और पीछे की साइड की फोटो साझा करने की जरूरत होगी। डेटा में किसी तरह का मिलान नहीं हो पाने पर बैंक चेक इश्यू करने वाले व्यक्ति से संपर्क करता है।
जानें कैसे काम करेगा ‘Positive Pay system’
‘Positive Pay’ सिस्टम के तहत किसी थर्ड पार्टी को चेक इश्यू करने वाला व्यक्ति अपने बैंक को अपने चेक का डिटेल भी भेजेगा। 50,000 रुपए से ज्यादा रकम के चेक ‘Positive Pay’ सिस्टम के तहत आएंगे। इस सिस्टम से एक तरह जहां चेक का इस्तेमाल ज्यादा सुरक्षित बनेगा। वहीं चेक के क्लियरेंस में भी कम वक्त लगेगा।
‘Positive Pay system’ किस तरह होगा फायदेमंद
बैंक फ्रॉड और चेक फ्रॉड से जुड़ी खबरें आए दिन अखबारों में छपी नजर आती हैं। धोखाधड़ी करने वाला कुछ मिनटों मे ही आम नागरिक और कारोबारियों की सालों की गाढ़ी कमाई मिनटों में उड़ा ले जाता है। ऐसे में RBI का ‘Positive Pay system’ उनके लिए वरदान साबित होने वाला है। गौरतलब है कि ज्यादातर करोबारी चेक के जरिए ही अपना लेन-देन करता है, जिससे उसको एक बड़ी रकम के लेन-देन में आसानी होती है। वहीं अब ‘Positive Pay system’ के जरिए उनको चेक फ्रॉड से जुड़े संशय से एक बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही उनका ‘Cheque Transactions’ कड़ी सुरक्षा के साथ कम समय में हो जाएगा।