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बुरा गुजरा ये साल इक्विटी म्युचुअल फंड बेहाल

बाजार की अस्थिरता का सीधा प्रभाव इक्विटी म्युचुअल फंड कि ग्रोथ पर नजर आया

साल 2019 अंतिम महीने में आ पहुंचा है|अब वक्त है जब हर निवेशक अपनी निवेशित पूँजी पर प्राप्त रिटर्न को परखना चाहता है|इस वर्ष शेयर बाजार में बहुत बड़े उतार चढ़ाव नजर आये|इस उतार चढाव में बाजार ने कभी नयी ऊंचाइयों को छू लिया तो कभी बिकवाली से बेहाल होकर लुढका भी|अस्थिरता के माहौल ने काफी हद तक बाजार को प्रभावित किया|बाजार की अस्थिरता का सीधा प्रभाव इक्विटी फंड कि ग्रोथ पर नजर आता है|आज जानते हैं इस साल कैसा रहा इक्विटी आधारित म्युचुअल फंड से प्राप्त रिटर्न का हाल|

5 सालों में म्युचुअल फंड  रिटर्न में गिरावट:

म्युचुअल फंड के कम होते रिटर्न से निवेशक हताश भी हो रहे हैं|फंड से मिले हालिया प्रतिलाभ को देखते हुए ये लाजिमी भी है|आपको बता दे बीते 5 सालों में म्युचुअल फंड में निवेशकों को मिलने वाले प्रतिलाभ में काफी गिरावट नजर आयी|इस रिटर्न की तुलना अगर पीपीएफ फंड से करें तो पीपीएफ ने भी कमाई के मामले में म्युचुअल फंड को पीछे छोड़ दिया है| 2014-19 के पांच साल के औसत रिटर्न की बात करें तो इस दौरान पीपीएफ ने 8.21% की औसत से  रिटर्न दिया है। जबकि लॉर्ज कैप म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को सिर्फ 7.79% का प्रतिलाभ  दिया है। आर्थिक सुस्ती और बाजार कि स्थिरता हर म्युचुअल फंड प्रभावित है न कि सिर्फ इक्विटी आधारित फंड|

कैसा रहा 2019?

2019 इक्विटी आधारित म्युचुअल फंडों के लिए अच्छा नहीं रहा|323 इक्विटी म्यूचुअल फंडों में से करीब 160 अपने बेंचमार्क के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देने में नाकाम रहे|वैल्यू ओरिएंटेड इक्विटी म्यूचुअल फंड कैटेगरी का साल के दौरान सबसे खराब प्रदर्शन रहा|निवेश करने में मुल्य आधारित योजना को अपनाने वाले लगभग 77 फीसदी फंड अपने बेंचमार्क को पीछे छोड़ पाने में विफल रहे|वैल्यू फंड कैटेगरी का प्रदर्शन लगातार दूसरे साल कमजोर है|इस कैटेगरी ने 2019 में औसतन 1.83 फीसदी रिटर्न दिया|फिसड्डियों की लिस्ट में ईएलएसएस और मल्टीकैप फंड स्कीमों का नंबर वैल्यू फंड के बाद आता है|२०१९ के दौरान  63 फीसदी टैक्स सेविंग फंड (ईएलएसएस) और 53 फीसदी मल्टीकैप फंडों ने अपने-अपने बेंचमार्क से कमतर प्रदर्शन किया|हालांकि, एक म्युचुअल फंड को छोड़ कर सभी टैक्स सेविंग स्कीमों ने 2019 में पॉजिटिव रिटर्न दिया|इस वर्ष मल्टीकैप कैटेगरी ने औसतन 8.74 फीसदी रिटर्न दिया|लार्जकैप आधारित म्युचुअल फंड में 55 फीसदी स्कीमें अपने बेंचमार्क से पीछे रहीं|जबकि एक-तिहाई लार्ज एंड मिडकैप फंडों ने भी अपने बेंचमार्क इंडेक्स से खराब प्रदर्शन किया|2019 में लार्ज कैप फंडों ने 11 फीसदी रिटर्न दिया|मिडकैप म्युचुअल फंड ने इस साल 4.5 फीसदी रिटर्न दिया|स्माल कैप फंड की करीब 29 फीसदी योजनाएं भी बेहाल नजर आयी|2019 में इस श्रेणी के फंड ने औसतन -1.50 फीसदी रिटर्न दिया है|

और बुरा गुजरा था 2018:

आपको 2019 के ये आंकड़े बेशक निराशाजनक लग रहे होंगे|किंतु अगर इनकी तुलना वर्ष 2018 के आंकड़ों से करेंगे तो काफी हद तक ठीक नजर आने लगेंगे|दरअसल इक्विटी आधारित म्युचुअल फंड बाजार की दशाओं पर निर्भर करते हैं|2018 में 76 फीसदी इक्विटी म्यूचुअल फंड अपने बेंचमार्क को नहीं पछाड़ सके थे |जबकि वैल्यू फंड कैटेगरी वाली 92 फीसदी वैल्यू ओरिएंटेड स्कीमों ने 2018 में -8.70 फीसदी रिटर्न जेनरेट किया| जबकि 2018 मल्टीकैप कैटेगरी का औसत रिटर्न -6 फीसदी रहा था|लार्ज कैप फंडों का औसत रिटर्न 3 फीसदी था|इस वर्ष मिड कैप म्युचुअल फंडों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा|इस श्रेणी में -13.20 फीसदी का कमजोर रिटर्न प्राप्त हुआ था|2018 में सबसे बुरा हाल स्माल कैप म्युचुअल फंड्स का रहा| इस श्रेणी का रिटर्न -19 फीसदी था,जिसने निवेशकों को बुरी तरह हताश किया था|

ध्यान रहे कि:

बीते दो वर्षों के रिटर्न सम्बंधित आंकड़े बेशक निवेशकों को परेशान करने वाले हैं|इस दौरान बहुत से निवेशक म्युचुअल फंड के रिटर्न से संतुष्ट नहीं हैं फिर भी निवेशकों को ये हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि निवेश एक दीर्घकालीन प्रक्रिया है|लम्बे निवेश के दौरान निवेशक के नुकसान निश्चित रूप से कम होते हैं|अतः वर्ष विशेष कि रिटर्न को ध्यान में रखकर निराश होना ठीक नहीं होगा|