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देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनने का लक्ष्य – पतंजलि

रुचि सोया के अधिग्रहण करने के बाद पतंजलि का  25,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का लक्ष्य है।

स्वास्थ्य और योग के लिए कर्तव्यनिष्ठ समझे जाने वाले बाबा रामदेव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक पतंजलि कंपनी का संयुक्त कारोबार 25,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। बाबा रामदेव ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुये कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी का संयुक्त कारोबार 25,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। समाचार एजेंसी से प्राप्त ख़बरों के अनुसार उन्होंने ये भी कहा अब समूह का लक्ष्य देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनना है।

रूचि सोया का पतंजलि में अधिग्रहण

ज्ञात हो कि बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने 18 दिसम्बर 2019 को 4,350 करोड़ रुपए में दिवालिया घोषित रुचि सोया को खरीद लिया था। पतंजलि आयुर्वेद का यह पहला बड़ा अधिग्रहण रहा। वही इस सप्ताह होने वाला दूसरा सबसे बड़ा अधिग्रहण है।

कर्ज में डूबी रुचि सोया का अधिग्रहण करने के बाद हरिद्धार स्थित पतंजलि समूह अपने चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल कारोबार 25,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने का लक्ष्य तय कर रही है।  इसमें 12,000 करोड़ रुपये का कारोबार पतंजलि समूह और 13,000 करोड़ रुपये का कारोबार रुचि सोया का होने की संभावना है।

सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनने की तैयारी

बाबा रामदेव का कहना है कि ‘‘अगले पांच साल में हमारा कारोबार 50,000 से एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। आने वाले सालों में हमें रुचि सोया के तिगुना वृद्धि करने की उम्मीद है।’’ यह देश पर खाद्य तेल आयात के दबाव को कम करेगा और भारत को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।  इसके बाद हम हिंदुस्तान यूनिलीवर की जगह देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी होंगे।” वर्तमान में हिंदुस्तान यूनिलीवर देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी है।

स्वास्थ्य और सजगता

रामदेव ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए हम न्यूट्रैला ब्रांड के तहत तीन नए उत्पाद पेश करेंगे। यह उत्पाद हृदय, कोलेस्ट्रोल और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ध्यान में रखकर पेश किए जाएंगे।’’ कंपनी न्यूट्रैला गोल्ड नाम से खाद्य तेल के अलावा न्यूट्रैला हनी और न्यूट्रैला प्रोटीन आटा पेश करेगी।

सेबी के दिशानिर्देश का होगा अनुसरण

रामदेव ने बताया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के दिशानिर्देशों के अनुसार अगले दो साल में रुचि सोया के 25 प्रतिशत शेयर बाजार में बेचे जाएंगे। रुचि सोया के अधिग्रहण पर उन्होंने कहा कि रुचि सोया के उत्पाद पतंजलि के उत्पादों से प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे बल्कि यह ग्राहकों के लिए और अधिक विकल्प उपलब्ध कराएंगे। रुचि सोया के साथ पतंजलि समूह का लक्ष्य अगले पांच साल में अपने 25 करोड़ ग्राहकों की संख्या बढ़ाकर 50 करोड़ करने का है।