धनलक्ष्मी बैंक और आरईसी का लाभ उम्मीद पे खरा उतरा
तीसरी तिमाही के नतीजों में आरईसी को 30 प्रतिशत और धनलक्ष्मी बैंक को 26 प्रतिशत का लाभ।
तक़रीबन सभी कम्पनियों के चालू वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही यानि दिसंबर में समाप्त हुए तिमाही के नतीजें आ चुके हैं। जहाँ कुछ कम्पनियों का लाभ घटा वहीँ कुछ कम्पनियों ने बेहतरीन लाभ दर्ज़ किये। इन्ही बेहतरीन परफॉरमेंस वाले लिस्ट में दो और नाम भी शामिल हुए – धनलक्ष्मी बैंक और आरईसी।
धनलक्ष्मी बैंक
धनलक्ष्मी बैंक का तीसरी तिमाही में मुनाफा 21.28 करोड़ रुपये पर पहुंचा। ये लाभ पिछली साल के इसी तिमाही के मुकाबले 26 प्रतिशत ज़्यादा है। बैंक ने नियामकीय सूचना में कहा है कि अक्टूबर से दिसंबर 2019 की तिमाही में उसकी कुल आय एक साल पहले की इसी तिमाही के 272.16 करोड़ रुपये से बढ़कर 285.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
बैंक ने कहा कि बैंक के फंसे कर्ज में कमी आने और मूल आय में अच्छी वृद्धि से हमारा मुनाफा बढ़ा है। विदित हो कि धनलक्ष्मी एक निजी क्षेत्र का बैंक है। इस बैंक ने एक साल पहले इसी तिमाही में 16.90 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। बैंक की सकल गैर- निष्पादित राशि (NPA) इस दौरान घटकर 7.13 प्रतिशत रह गयी। एक साल पहले इसी अवधि में यह 8.11 प्रतिशत पर थी। शुद्ध एनपीए 2.93 प्रतिशत से घटकर 1.62 प्रतिशत रह गया।
आरईसी
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी आरईसी (Rural Electrification Corp. Ltd) की एकीकृत कुल आय चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 7,533.80 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 6,626.74 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया यह लाभ पिछले तिमाही के मुकावले 30 प्रतिशत ज़्यादा है। मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। कम्पनी का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में 1,666.81 करोड़ रुपये रहा था।
बंबई शेयर बाजार को सूचित करते हुए आरईसी ने कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी को 1,284 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। आरईसी के निदेशक मंडल की चार फरवरी 2020 को हुई बैठक में 10 रुपये मूल्य के इक्विटी शेयर पर 11 रुपये का लाभांश देने को मंजूरी दी है। यह लाभांश 2019-20 के लिये है। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर में 4,450.45 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी अवधि में 4,507.59 करोड़ रुपये रहा।