मुनाफे का कारोबार है वायदा बाजार/ कमोडिटी मार्केट
कमोडिटी मार्केट में मुख्यतः जीवनोपयोगी वस्तुएं शामिल हैं
वायदा बाजार (कमोडिटी मार्केट) आजकल हर निवेशक को पसंद आ रहा है।शेयर बाजार की तरह ही कमोडिटी मार्केट में भी ट्रेडिंग करके मुनाफ़ा कमाया जा सकता है|ये घर बैठे कारोबार करने और मुनाफा कमाने का अच्छा तरीका है।ये निवेशकों के लिए एक नया प्रचलन है जो अब काफी विकसित हो चुका है|हालांकि इसमें निवेश से पहले जरूरी है कि वायदा बाजार के कारोबार से जुडी बारीकियां समझ ली जायें|कई बार देखा गया है अधूरी जानकारी के आधार पर किया गया निवेश,निवेशक के नुक्सान का कारण बन जाता है|आज समझते हैं क्या है वायदा बाजार?
क्या है वायदा बाजार?
कमोडिटी मार्केट/वायदा बाजार शेयर मार्केट की तुलना में अपेक्षाकृत नया निवेश का विकल्प है|भविष्य के अनुमान के आधार पर ही लाभ अर्जित करने के कारण इसे वायदा कारोबार कहा जाता है|कमोडिटी मार्केट देश के आधार पर निवेश के विकल्प परिवर्तित होते हैं|वायदा बाजार में वैश्विक रूप से प्रमुख निवेश उत्पाद सोना, क्रूड ऑयल, रबर, कॉफी बीज, सोयाबीन, मक्का,धातु एवं खनिज इत्यादि हैं|कमोडिटी मार्केट में मुख्यतः जीवनोपयोगी वस्तुएं शामिल हैं|वायदा बाजार में भविष्य के आधार पर लाभ कमाया जाता है|अर्थात आपको भविष्य में अधिक खपत वाले निवेश विकल्पों का पूर्वानुमान करना पड़ता है|इस पूर्वानुमान में मौसम,प्राकृतिक परिस्थितियों का भी सहयोग लिया जाता है|उदाहरण के लिए किसी प्याज उत्पादन वाले स्थान विशेष पर यदि बाढ़ आ जाये तो उत्पादन निश्चित तौर पर प्रभावित होगा|उत्पादन की कमी का असर कीमतों पर पड़ेगा|वायदा बाजार इसी अनुमान के आधार पर लाभ कमाया जाता है|यदि आपमें पूर्वानुमान की खूबी है तो निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छा निवेश विकल्प है वायदा बाजार|
कमोडिटी मार्केट में ऐसे करें निवेश?
कमोडिटी मार्केट में कारोबार शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ेगा|गौरतलब है कि शेयर खरीदने में इस्तेमाल होने वाला डी मैट अकाउंट कमोडिटी ट्रेडिंग करने में काम नहीं आता है| ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वह ब्रोकरेज फर्म एमसीएक्स या एनसीडीईक्स का सदस्य अवश्य हो| एमसीएक्स में ज्यादातर नॉन एग्री और एनसीडीईएक्स पर एग्री कमोडिटी में कारोबार होता है|इसके लिए आप इन दोनों एक्सचेंज की बेवसाइट पर जाकर इन ब्रोकर्स के बारे जानकारी जुटा सकते हैं|जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक आईडी मुहैया कराता है| इस आईडी के जरिये आप खुद या ब्रोकरेज फर्म की सलाह से कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं|
ट्रेडिंग अकाउंट के लिए जरूरी कागजात
- पैन कार्ड
- एड्रेस प्रूफ
- बैंक खाता
क्या है मार्जिन ?
हाजिर बाज़ार में किसी कमोडिटी को खरीदते हैं तो एक साथ पूरा भुगतान करना पड़ता है|जबकि कमोडिटी वायदा बाजार में कुछ रकम देकर भी ट्रेडिंग संभव है|वायदा बाजार में इसी निवेशित अल्प राशि को मार्जिन कहा जाता है|कमोडिटी मार्केट में हर कमोडिटी को खरीदने या बेचने के लिए एक निश्चित मार्जिन पहले से तय होता है|जो कि सामान्यतया उत्पाद मुल्य के 3-5 फीसदी के बीच होती है|भारी उतार-चढ़ाव की स्थिति में कभी कभी एक्सचेंज अतिरिक्त या स्पेशल मार्जिन भी चुकाना पड़ता है|
ट्रेडिंग से जुड़े आवश्यक सुझाव:
- कमोडिटी ट्रेडिंग करते समय स्टापलॉस का ध्यान अवश्य रखें| इससे निवेश का जोखिम कम हो जाता है|
- निवेश की शुरूआत हमेशा छोटे सौदे (मिनी लॉट) से करें| मिनी लॉट में कारोबार करने से मुनाफा कमाने की संभावना ज्यादा रहती है|बाद में अपने अनुभव के आधार पर बड़े लॉट्स में भी कारोबार किया जा सकता है|
- शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में भी वैश्विक हलचल काफी महत्वपूर्ण होती हैं ट्रेडिंग से पहले हर वैश्विक घटना और आर्थिक आंकड़ों पर सतर्क नजर रखें|
- कमोडिटी मार्केट में सौदा बिकने के बाद ही फायदा या नुकसान नही होता है|इसमें डिवीडेंड और बोनस का लाभ भी मिलता है|
- तरल (लिक्विड) सौदे में कारोबार करना फायदेमंद होता है। उदाहरण के लिए कच्चा तेल एवं बेस मेटल्स में कारोबार करने से निवेश का जोखिम कम होता है।
- हाजिर बाजार में मांग-आपूर्ति (सप्लाई-डिमांड) का ध्यान रखें। विशेषकर एग्री कमोडिटी में कारोबार करते समय मंडियों में किसी फसल की आवक कैसी है और आगे उत्पादन कैसा रहेगा, इस बात की सही एवं सटीक जानकारी रखें।