युवा उद्यमी भारतीय उद्योग जगत के लीडर होंगे: रतन टाटा
रतन टाटा ने दी नैतिकता बरतने की दी सलाह
पुराने जमाने के बिजनेस धीरे-धीरे कमजोर होते जाएंगे। इनोवेटिव कंपनियों के युवा फाउंडर भारतीय उद्योग जगत के भविष्य के लीडर होंगे। जो स्टार्टअप निवेशकों का पैसा डुबोकर गायब हो जाते हैं उन्हें दूसरा या तीसरा मौका नहीं मिलेगा|स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन, सलाह, नेटवर्किंग और पहचान की जरूरत होती है। ये बातें विश्व के शीर्ष उद्योगपतियों में शुमार रतन टाटा ने कहीं| वे टाईकॉन अवॉर्ड समारोह को संबोधित कर रहे थे| बता दें कि उन्हें मंगलवार को टाईकॉन मुंबई 2020 लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है|
नैतिकता बरतने की दी सलाह:
युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्टार्टअप में निवेश करते रहने वाले रतन टाटा ने नैतिकता पर विशेष जोर दिया| टाटा ने कहा कि बिजनेस में नैतिकता बरतनी चाहिए।रातों-रात चमकने के तरीके से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन, सलाह, नेटवर्किंग और पहचान की जरूरत होती है। हमें ऐसे स्टार्टअप मिलेंगे जो ध्यान आकर्षित करेंगे।फिर वे पैसे इकट्ठा करेंगे और गायब हो जाएंगे। ऐसे स्टार्टअप को दूसरा या तीसरा मौका नहीं मिलेगा। नैतिकता से उनका आशय स्टार्टअप्स पर कैश बर्न के आरोप की ओर था|दरअसल कैश बर्न स्टार्टअप्स के बिजनेस करने के उस तरीके को कहते हैं, जिसके तहत वे भविष्य में लाभ कमाने की उम्मीद में लगातार नुकसान उठाते रहते हैं।
बैंकों को भी आगे आना चाहिए:
भारत में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए रतन टाटा के अलावा इंफ़ोसिस के को-फाउंडर एन आर नारायण मूर्ति ने भी उपयोगी सुझाव दिए| भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा कि पेंशन फंड और बैंकों को भी भारतीय स्टार्टअप में निवेश करना चाहिए| सिर्फ चुनिंदा निवेशकों के दम पर स्टार्टअप के लिए सकारात्मक माहौल नहीं बन सकता। अगर उनके लिए ज्यादा से ज्यादा फंड जुटाना है तो पेंशन फंड और बैंकों को निवेश के लिए आगे आना होगा। पर्याप्त फंड एवं प्रोत्साहन से ही हम स्टार्टअप को बढ़ावा दे सकते हैं|
भावुक करने वाले पल भी नजर आये:
टाईकॉन अवॉर्ड समारोह में उद्योगपति रतन टाटा (82) को टाईकॉन मुंबई 2020 लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया। यह पुरस्कार उन्हें कॉर्पोरेट जगत में मूल्यों के पक्षधर इन्फोसिस के को-फाउंडर एन आर नारायण मूर्ति (73) ने दिया। पुरस्कार देने के दौरान नारायण मूर्ति ने झुककर रतन टाटा के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। पूरे समारोह में इस दृश्य ने सभी को भावुक कर दिया|भारतीय संस्कृति के अनुरूप दिए गये इस सम्मान को सभी ने सराहा|मीडिया एवं सोशल मीडिया पर भी इस तस्वीर ने सभी का मन मोह लिया|जबकि रतन टाटा ने नारायण मूर्ति के हाथों से मिले इस पुरस्कार को विशेष सम्मान बताया|