देश से विदेश की ओर “रिलायंस इंडस्ट्रीज” की उड़ान
रिलायंस कंपनी हैंडबैग से लेकर ब्रॉडबैंड सब कुछ बेच रही है
भारत के हर राज्यों में विस्तृत रिलायंस इंडस्ट्रीज अब फैशन, स्पोर्ट्स और बच्चों से जुड़े विदेशी रिटेल चैन को खरीदने की तैयारी कर रही है| साथ ही कंज्यूमर बाजार में विस्तार के लिए कई ग्लोबल स्पोर्ट्स और ब्यूटी ब्रांड से साझेदारी भी कर सकती है| मुकेश अंबानी ने बताया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज अब पेट्रोलियम के कोर कारोबार के साथ साथ कंज्यूमर से ज्यादा बड़ी कंपनी बनती जा रही है| कंपनी हैंडबैग से लेकर ब्रॉडबैंड तक सब कुछ बेच रही है| रिलायंस द्वारा देश में पहले से ही कई अन्तरराष्ट्रीय स्टोर्स चलाए जाते हैं, जिनमें ब्रिटिश लेबल बर्बेरी, स्टीव मैडेन, न्यूयॉर्क के आईकोनिक्स ब्रैंड ग्रुप इंक जैसे 40 विदेशी हिस्सेदारी के प्रोडकट मिलते हैं| मई साल 2019 में रिलायंस ने दुनिया की सबसे पुरानी खिलौना कंपनी हैमलीज को 8.85 करोड़ डॉलर में खरीदकर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय हिस्सेदारी पूरी की है।
न्यूज एजेंसीयों के मुताबिक मुकेश अंबानी अपने ग्रॉसरी और होलसेल कारोबार को भी आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज स्टोर्स देश के 788 स्थानों पर उपलब्ध हैं जो शॉपिंग मॉल, एक्सक्लूसिव ब्रैंड आउटलेट, और एयरपोर्ट जैसी जगहों पर भी है| कंपनी मार्च 2020 तक देश में 120 नए स्टोर खोलने की तैयारी कर रही है|