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देश के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड etf को मिली केंद्र की मंजूरी

केंद्रीय कैबिनेट ने दी भारत बॉन्ड ईटीएफ को मंजूरी, छोटे निवेशक भी कर पाएंगे मनचाहा निवेश  

केंद्र सरकार की कैबिनेट ने आज बुधवार को भारत एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को मंजूरी प्रदान कर दी| वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कैबिनेट ने भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडड फंड (भारत बॉन्ड ईटीएफ) को लॉन्च करने की इजाजत दे दी है| यह भारत का पहला कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ होगा| अभी तक देश में इक्विटी के लिए एक्सचेंज ट्रेडड फंड है| ETF के जरिए शेयर बाज़ार, कमोडिटी और सिक्योरिटी में निवेश किया जाता है| शेयर बाज़ार में ETF वैसे ही ट्रेड करता है जैसे कोई अन्य शेयर करता है|

विदित हो की साल 2014 में पहली बार इक्विटी ETF लॉन्च किया था| जिसे अच्छी सफलता मिली थी| इसके उपरांत 2017 में सरकार द्वारा भारत-22 ETF लाया गया, जिसको भी सफलता प्राप्त हुई थी|

1000 रूपए से शुरू हो सकता है निवेश

कैबिनेट की मंजूरी के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा की सरकार देश में बॉन्ड का विस्तार करना चाहती है| भारत बॉन्ड ईटीएफ लॉन्च होने से भारत वित्तीय रूप से एक अधिक सक्रिय अर्थव्यवस्था बन जाएगा| इस बॉन्ड को एक्सचेंज पर लिस्टेड किया जाएगा| ईटीएफ बॉन्ड के बास्केट की तरह होगा जो राज्य और सरकारी संगठन ईटीएफ जारी करेंगे| इसका न्यूनतम मूल्य (यूनिट साइज़) 1000 रूपए रखा गया है, जिससे छोटे निवेशक भी इससे भारत के विकाश के साथ जुड़ सकते हैं| इस फंड में निवेश करने वाले लोगों को सरकार की तरफ से पूरी गारंटी मिलेगी| वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फैसले कि जानकारी देते हुए कहा कि लोग इसमें कम से कम तीन साल और ज्यादा से ज्यादा 10 साल के लिए निवेश कर सकेंगे|

एडेलवाइस असेट मैनेजमेंट करेगी इस ETF को मैनेज

अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने एडेलवाइस असेट मैनेजमेंट को इस बॉन्ड फंड को मैनेज करने की जिम्मेदारी दी है| वहीं एके कैपिटल सर्विस इस ईटीएफ की एडवाइजर है| इस ईटीएफ फंड में लोग म्यूचुअल फंड की तरह निवेश कर सकेंगे| हालांकि लोग इसमें जमा पैसे को केवल दो बार, अप्रैल 2023 और अप्रैल 2030 में निकाल सकेंगे| इस बॉन्ड से मिले कूपन को दोबारा से निवेश किया जा सकेगा| इसमें से पांच फीसदी सरकारी सिक्युरिटिज के लिए आरक्षित रहेगा| सरकार ने इस बॉन्ड के लिए AAA की रेटिंग रखी है|

ये कंपनियां जारी करेंगी यह बॉन्ड

इस बॉन्ड में नाबार्ड, एनएचपीसी, पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, आरईसी, नेशनल हाउसिंग बैंक, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन, पावरग्रिड, बीपीसीएल, इंडियन ऑयल, कोंकण रेलवे, स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक, टीएचडीसी इंडिया, हाउसिंह एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और नॉर्थ इस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन शामिल हैं| किसी भी कंपनी में अगर सरकार की हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम हो जाती है तो फिर उसको इस लिस्ट से हटा दिया जाएगा|

क्या है बॉन्ड ईटीएफ

बॉन्ड ईटीएफ एक ऐसा फंड होता है, जो एक्सचेंज में ट्रेड करता है और पारंपरिक बॉन्ड म्यूचुअल फंड की तरह बॉन्ड में निवेश करता है| एक्टिवली मैनेज्ड डेट फंड के मुकाबले बॉन्ड ईटीएफ को कम खर्च पर एक्सचेंज पर खरीदा और बेचा जा सकता है|

बॉन्ड ईटीएफ कई तरह से है बेहतर विकल्प

  • खरीद-बिक्री में आसानी: बॉन्ड ईटीएफ की खरीद-बिक्री पारंपरिक बांड की खरीद-बिक्री के मुकाबले आसान होती है| एक तो एक्सचेंज पर इसे आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है| इसके अलावा बड़े निवेशक बास्केट साइज के मल्टीपल में इसे सीधे AMC( एसेट मैनेजमेंट कंपनी) से भी खरीद सकते हैं|
  • पारदर्शिता: ईटीएफ होने के नाते इस फंड में अधिक पारदर्शिता होती है| इसकी होल्डिंग रोजाना आधार पर डिस्क्लोज की जाती है| इसके अलावा बॉन्ड ईटीएफ की लाइव प्राइस दिखती है| निवेशक रोजाना अपने पोर्टफोलियो का फेयर वैल्यू जान पाते हैं| जो सामान्यतया म्यूच्यूअल फंड में मासिक आधार पर ज्ञात होता है|
  • कम खर्चीला: बॉन्ड ईटीएफ चूंकि इंडेक्स का अनुसरण करते हैं इसलिए एक्टिवली मैनेज्ड बांड म्यूचुअल फंड के मुकाबले बांड ईटीएफ में ट्रेड करना कम खर्चीला होता है| बांड ईटीएफ में ट्रेड करने के खर्च के अनुपात का अंतरराष्ट्रीय औसत 1-0.2 फीसदी है| जबकि एक्टिवली मैनेज्ड बांड म्यूचुअल फंड के मामले में यह औसत 0.3-0.5 फीसदी है|