कोरोना वायरस: चौथी तिमाही में घट सकती है GDP विकास दर
पिछले साल तीसरी तिमाही में विकास दर 4.7 प्रतिशत रही थी
कोरोना वायरस ने सभी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोरोना वायरस के चलते हर क्षेत्र पे असर पड़ा है। कोरोना वायरस से बाजार में सुस्ती आई है। कोरोना वायरस के चलते GDP विकास दर घट सकती है। कोरोना वायरस के कारण कंपनियों को कच्चा तेल नहीं मिल पा रहा है। जिसका असर जीडीपी पर पड़ने वाला है।
विदेशी कंपनी ने बताते हुए कहा है कि देश की अर्थव्यस्था पहले ही बहुत निचे चल रही है। कोरोना वायरस के कारण और कमी आ सकती है। पिछले साल तीसरी तिमाही में विकास दर 4.7 प्रतिशत रही थी, जो सात सालों का सबसे निचला स्तर रहा है। भारत में कोरोना वायरस के दो मामले सामने आये हैं। इससे पहले भी कोरोना वायरस के केस सामने आये हैं जिनका इलाज सफलतापूर्वक किया जा चूका है।
बाजारों में आ सकती है ज्यादा सुस्ती
यूबीएस सिक्यूरिटीज ने एक रिपोर्ट में बताया है कि इलेक्ट्रॉनिक्स,ऑटोमोबाइल्स में कमी आ रही है। बाजार सुस्त पड़े हैं। बाहर से सामान की पूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है। अगर खुछ दिन और ऐसा चलता रहा तो आर्थिक स्थिती पर बहुत ज्यादा असर पड़ने वाला है।
रिपोर्ट की माने तो धीरे-धीरे हालातों में सुधार दिख रहा है। लेकिन पूरी तरह सुधरने में वक़्त लगेगा। कोरोना वायरस के कारण देश की आर्थिक व्यस्था काफी कमजोर चल रही है। इस के कारण मार्च तिमाही में GDP विकास दर 0.2 प्रतिशत तक कम हो सकती है।