लॉकडाउन में अगले वित्त वर्ष में हो सकती है GDP में गिरावट
जीडीपी गिरकर 2.6 प्रतिशत पर आ जाने की सम्भावना।
कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई इस महामारी के कारण देश में कम्प्लीट ‘लॉकडाउन’ के चलते अगले वित्त वर्ष 2020-21 में आर्थिक वृद्धि दर तेजी से घटकर 2.6 प्रतिशत पर आ जाने की पूरी सम्भावना है। साथ ही चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भी 2019-20 में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर भी 5 प्रतिशत से घटकर 4.5 प्रतिशत रह सकती है।
आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट
समाचार एजेंसी से ली गयी ख़बरों के अनुसार एसबीआई रिसर्च टीम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष 2020-21 में आर्थिक वृद्धि दर तेजी से घट सकती है। कहा जा रहा है कि कम्प्लीट ‘लॉकडाउन’ के चलते देशभर में गतिविधियों और आवागमन पर रोक लगने के बाद चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है और इससे बने हालात अगले वित्तवर्ष को बहुत ज्यादा प्रभावित करने वाले हैं जिससे वित्त वर्ष 2020-21 में आर्थिक वृद्धि दर तेजी से घटकर 2.6 प्रतिशत पर आ जाएगी।
चालू वित्त वर्ष पर असर
रिपोर्ट के अनुसार इस चौथी तिमाही में (जनवरी 2020 से मार्च 2020) जीडीपी वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रहने के कारण इस चालु वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी अर्थात सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर भी 5 प्रतिशत से घटकर 4.5 प्रतिशत रह सकती है। फलस्वरूप अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट की आशंका है।
8 लाख करोड़ रुपये से अधिक नुकसान की आशंका
एसबीआई रिसर्च टीम की रिपोर्ट इकोरैप में कहा गया है कि इस बंद के कारण बाजार मूल्य आधार पर कम-से-कम 8.03 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा, जबकि आय के मामले मे 1.77 लाख करोड़ रुपये का घाटा हो सकता है। वहीं पूंजी आय में 1.65 लाख का नुकसान हो सकता है। आय नुकसान सबसे ज्यादा कृषि, परिवहन, होटल, व्यापार और शिक्षा के क्षेत्र में होगा। हालांकि प्रोत्साहन उपायों से अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने की केंद्र सरकार की कोशिशें कारगर हो सकती हैं।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की है कवायद
विदित हो कि बीते शुक्रवार से ही अलग अलग राज्य सरकारों द्वारा 31 मार्च तक बंद की घोषणा हो चुकी थी, जिसे जारी रखते हुए पुनः मंगलवार से केंद्र सरकार द्वारा देश भर में 14 अप्रैल तक कम्प्लीट ‘लॉकडाउन’ घोषित किया जा चुका है।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने को लेकर और जनता की स्वस्थ्य रक्षा में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कदम उठाते हुए बुधवार से 21 दिन के लिए देशभर में बाहरी गतिविधियों और आवागमन पर रोक लगा दी है। इस दौरान लोगों को घरों में रहने को कहा गया है।