GST कलेक्शन का लक्ष्य 2.40 लाख करोड़ रूपये
बजट-2020 से पूर्व राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण कि कोशिश
आगामी बजट-2020 से पूर्व सरकार की मंशा राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करने की है|बीते साल के कई महीनों में GST संग्रह अपेक्षानारूप न होने से जीएसटी संग्रह लक्ष्य के अनुरूप न होने के अनुमान किये जा रहे हैं|इन अनुमानों को ध्यान में रखकर कर विभाग ने जीएसटी संग्रह के लक्ष्य में वृद्धि की है|
ये है GST संग्रह का नया लक्ष्य:
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार फरवरी के लिए जीएसटी कलेक्शन का लक्ष्य 1.15 लाख करोड़ रुपये और मार्च के लिए 1.25 लाख करोड़ रुपये तय किया गया है|इन बढ़ी हुए जीएसटी संग्रह लाख्यों के साथ आगामी दो महीनों में 2.40 लाख करोड़ रुपये के राजस्व संग्रह का प्रयास किया जाएगा|कर संग्रह विभाग ने धोखाधड़ी कर इनपुट टैक्स क्रेडिट के दावों पर लगाम लगाकर यह लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है|पीटीआई के अनुसार राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है|इस बैठक में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय अप्रत्यक्ष और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए |
धोखाधड़ी के अंतर को जांचेगा GST प्राधिकरण:
जीएसटी परिषद आगामी दो महीनों में कलेक्शन बढ़ाने के लिए आपूर्ति और खरीद बिलों के बीच अंतर को देखेगा|इसके अलावा जीएसटी-1, जीएसटीआर-2ए और जीएसटीआर-3बी में अंतर का पता लगाने के लिए आंकड़ों का विश्लेषण करेगा| साथ ही रिटर्न नहीं फाइल होने, बिल बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने जैसे मामलों पर भी गौर करेगा और फर्जी तरीके से बड़े इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों पर कार्रवाई जैसे कदम उठाएगा|
संग्रह के आंकड़े:
जीएसटी संग्रह अक्टूबर में 95,380 करोड़ रुपए रहने के बाद नवंबर में जीएसटी से 1 लाख 3 हजार 492 करोड़ रुपये मिले थे|जबकि दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 3 हजार 184 करोड़ रुपये रहा|लगातार दूसरे महीने जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने के बाद सरकार की योजना बजट-2020 तक राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण करने की है| विदित हो कि जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद अब तक 9 बार कलेक्शन सरकार के लक्ष्य 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा है|