मोबाइल उद्योग पर पड़ेगा असर GST बढ़ने से
GST दर को बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला लिया है।
कोरोना वायरस के कारण भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। शेयर बाजार सुस्त पड़े हैं। कारोबारों में मंदी आई है। आयत-निर्यात पर असर पड़ा है। इसी बीच आर्थिक सुस्ती और कोरोना वायरस के बीच मोबाइल फोन पर GST दर को बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने का फैसला लिया है। मोबाइल फोन पर GST बढ़ने से उद्योग को काफी निकसान होने की आशंका है।
मोबाइल फोन पर GST बढ़ने से रोजगार पर भी काफी असर पड़ेगा। मोबाइल फोन पर जीएसटी बढ़ने से आम आदमी पर काफी असर पड़ेगा। GST बढ़ने से आप आदमी पर 15,000 करोड़ रूपये का बोझ पड़ेगा। भारत के मोबाइल ग्राहकों पर इसका बहुत ज्यादा असर पड़ेगा। मोबाइल की बिक्री कम हो सकती है।
बाजारों में बिकेंगे दो नम्बरी मोबाइल
द इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के चेयरमैन पंकज महेन्द्रू ने कहा फिलहाल कोरोना का कहर दुनिया भर में फैला हुआ है। आर्थिक सुस्ती पूरी तरह बनी हुई है। शेयर बाजारों में भी कोई तेजी नहीं बन रही है। ऐसे में मोबाइल फोन पर GST लगाना किसी तरह भी उचित नहीं है। इस से रोजगार पर बहुत असर पड़ेगा और निर्माण क्षेत्र में भविष्य की निवेश की संभावना भी कम हो जायेंगी।
चेयरमैन पंकज महेन्द्रू ने कहा अगर मोबाइल फोने पर GST लगती है तो बीसवीं सदी के बुरे दिन फिर लौट आयेंगे। उस वक़्त मोबाइल का दो नंबर का काम पुरे जरों पर था। GST लगने से फिर से वही स्थिति उत्पन हो सकती है। बाजार में दो नम्बरी मोबाइल की बिक्री बढेगी। कैट और ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन (एआईएमआरए) ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को पत्र भेजा था। इसमें मोबाइल फोन पर जीएसटी न बढ़ाने की मांग की गई थी।