मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme)
बच्चों को स्कूलों में लाने के उद्देश्य से मिड डे मील योजना प्रारंभ की गई थी
मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme): भारत में पढ़ाई के बीच में स्कूल छोड़ देने या छुड़ा देने की प्रथा बहुत पुरानी है| गरीबी और भूख के कारण बहुत से बच्चे स्कूल का मुह भी नहीं देख पाते हैं| हालांकि स्कूल जाने वाले बच्चो में इस रुख में काफी कमी आई है| मगर आज से तीन दशक पहले इसकी दर बहुत ही ज्यादा है| भारत की लगभग पचास प्रतिशत जनसंख्या ही स्कूलों का मुह देख पाती थी| इसी रवैये में परिवर्तन लाने के उद्देश्य से मिड डे मील योजना का शुभारंभ किया गया था|
मिड डे मील योजना क्या है?
15 अगस्त को हम हर साल स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं| आज से 25 साल पहले भूख, कुपोषण और अशिक्षा से आज़ादी के लिए एक अधीयान चलाया गया था, जिसे आज हम मिड डे मील के नाम से जानते हैं| 15 अगस्त 1995 को भारत सरकार ने एक प्राथमिक स्कूलों में योजना प्रायोगिक तौर पर चलाई थी जिसका उद्देश्य शिक्षा दर में वृद्धि, बच्चों को स्कूलों में बनाए रखने, उपस्थिति बढाने और कुपोषण दूर करना था| आज जिस योजना को हम मिड डे मील योजना के नाम से जानते हैं तब इसे ‘राष्ट्रीय पौषणिक सहायता कार्यक्रम (NP-NSPI) के नाम से जाना जाता था| जो आज भी मिड डे मील योजना के रूप में निरंतर रूप से जारी है|
मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme) का विस्तार
इस योजना के तहत स्कूलों में पढाई करने वाले बच्चों को नियमित अंतराल में पढने आने पर प्रोत्साहन स्वरुप अन्न प्रदान किया जाता था| प्रारंभ में यह योजना सिर्फ 2408 ब्लॉक्स में शुरू की गई थी, मगर उसकी सफलता को देखते हुए 1997-98 में इसे पूरे देश में लागू कर दिया गया| इसी योजना का विस्तार करते हुए वर्ष 2001 में इस योजना को ‘पका हुआ भोजन’ में परिवर्तित कर दिया गया|
जिसके तहत प्रत्येक सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूल के प्रत्येक बच्चे को साल के न्यूनतम 200 दिनों के लिए 8-12 ग्राम प्रतिदिन प्रोटीन और ऊर्जा के न्यूनतम 300 कैलोरी के साथ मध्याह्न भोजन परोसे जाने का प्रावधान था| साल 2002 में इसका और भी विस्तार किया गया| 2002 में स्थानीय निकायों के स्कूलों को भी इस योजना के तहत EGS और AIEE केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों तक भी विस्तार किया गया| 1 अप्रैल 2008 को मिड डे मील योजना का विस्तार SSA से मान्यता प्राप्त मदरसों सहित हर संलग्न शिक्षा केन्द्रों तक कर दिया गया|
मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme) के लाभ
- मिड डे मील योजना के प्रारंभ होने के बाद से धीरे-धीरे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है|
- इस योजना से बच्चों में पोषाहार के स्तर में विस्तार हुआ है|
- इस योजना ने सर्व शिक्षा अभियान को काफी बल प्रदान किया है|
- मिड डे मील योजना के प्रारंभ के बाद से पढने वाली लड़कियों की संख्या में विस्तार हुआ है|
- मिड डे मील योजना से खाना पकाने सहित कई कार्यों में बढती महिलाओं की भागीदारी से रोजगार के स्तर में भी सुधार हुआ है|
मिड डे मील योजना ऑफिसियल वेबसाइट
अगर आप मिड डे मील योजना से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इस योजना से सम्बद्ध हमारे लिंक के माध्यम से इसके ऑफिसियल वेबसाइट से प्राप्त कर सकते है|
Mid Day Meal Scheme अपडेट
मिड डे मील योजना के तहत परोसे जाने वाले भोजन की जांच fssai के तहत लाइसेंस प्राप्त कार्यसमूह कर सकते हैं| इसके लिए हाल ही में FSAAI ने मान्यता प्रदान की है| इस फैसले से मिड डे मील के तहत परोसे जाने वाले खाने की क्वालिटी में विस्तार होगा|