National Rural Livelihood Mission – राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन
नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन के तहत 600 जिले, 6000 प्रखंड लिए गए हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihood Mission) की शुरुआत जून 2011 में की थी। इस योजना को शुरू करने का उदेश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को देश की विशेष सुविधाओं से लाभान्वित करना है। ग्रामीण परिवारों की गरीबी को दूर करना उनको रोजगार मुहैया कराना है। गरीब परिवारों को इस योजना के साथ जोड़ कर उनकी आजीविका को बेहतर बनाया जाएगा।
राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण गरीब परिवारों की आय में निरंतर वृद्धि करना है। ग्रामीण गरीब परिवारों को अच्छी सुविधा मुहैया कराई जायेंगी। उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने का काम किया जाएगा। ग्रामीण गरीब परिवारों को विश्व बैंक मदद करता है। जिसके सहयोग से ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का गठन किया है। इस योजना के तहत ग्रामीण गरीब परिवारों को समृद्ध और संपन्न बनाने का काम किया जाएगा।
नेशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन का लाभ
राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इस योजना को 8 से 10 साल में पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इस योजना के तहत 600 जिले, 6000 प्रखंड, 2.5 लाख ग्राम पंचायत और 6 लाख गांव और 7 करोड़ ग्रामीण परिवार को इसका लाभ दिया जाएगा।
इस योजना के तहत सामजिक कार्यों में भी गति आएगी। गरीब परिवारों को उनके अधिकारों से अवगत कराया जाएगा। जनसेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन सब से गरीब लोगों को अपनी ताकत की पहचान होगी। उनको काम करने के तरीकों का पता चलेगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा काम करने में रूचि पैदा होगी।
राष्ट्रिय ग्रामीण आजीविका योजना के तहत देश के ग्रामीण गरीब परिवारों को आर्थिक तौर पे मजबूत बनाना है। ताकि उनकी क्षमताओं का सदुपयोग किया जाएगा। ग्रामीण गरीब परिवारों का भी देश के बढती अर्थव्यस्था में योगदान हो, इन सब के लिए उन गरीब परिवारों के ज्ञान, कौशल जैसी प्रतिभाओं को भी उपयोग कर के उनकी कला को बढ़ा कर प्रोत्साहित किया जाएगा।