RBI गवर्नर ने नोटबंदी के गिनाएं फायदे, बताया जरुरी कदम|
सिस्टम के बाहर के धन को सिस्टम में लाने में नोटबंदी सहयोगी साबित हुई: शक्तिकांत दास
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बहुचर्चित मुद्दे नोटबंदी को अनिवार्य कदम बता कर नोटबंदी को एक बार फिर से बहस का मुद्दा बना दिया है| ज्ञात हो कि 8 नवम्बर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी और तत्काल प्रभाव से पुराने 500 और 1000 के नोट पर पाबन्दी लगा दी थी| इस वजह से पूरे देश में ATM और बैंकों के बाहर लंबी लंबी कतारें लग गई थी|
देश नहीं है एकमत
ज्ञात हो कि ऐसे तो नोटबंदी को हुए 3 साल से ज्यादा बीत चुके हैं मगर राजनितिक के साथ-साथ अर्थव्यवस्था से संबंधित विभिन्न स्थानों पर अभी भी यह एक चर्चा का विषय बना हुआ रहता है| अभी भी नोटबंदी को लेकर पूरा देश एकमत नहीं है| जो सरकार समर्थक हैं वे इसे उचित और सही कदम मानते हैं, वहीं विपक्ष इसके लिए अभी भी सरकार को कोसते नहीं थकता है|
अब चुकी RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने नोटबंदी की फिर से तारीफ़ की है तो आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या-क्या फायदे गिनाएं:
- नोटबंदी का प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर अच्छा रहा|
- नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती आई|
- नोटबंदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था के अंतर्गत चलती हुई एक पैरलल अर्थव्यवस्था पर लगाम लगाईं|
- सिस्टम के बाहर के धन को सिस्टम में लाने में नोटबंदी सहयोगी साबित हुई|
MSME पर नोटबंदी के प्रभाव
ज्ञात हो कि जब RBI गवर्नर शक्तिकांत दास से MSME पर नोटबंदी के प्रभाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस बारे में साफ़ साफ़ कहने से बचते नज़र आएं| ज्ञात हो कि अर्थव्यवस्था के विश्लेषकों की नज़र में नोटबंदी का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव MSME सेक्टर पर पड़ा था और अभी भी यह उससे उबार नहीं पाया है|
नोटबंदी से इतर जब वर्तमान परिदृश्य में लगातार बढ़ते महंगाई के बारे में RBI गवर्नर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य फिलहाल अर्थव्यवस्था के विकास पर ज्यादा है|