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किसान धूरी की कील के समान हैं: रामनाथ कोविंद

किसानों का विकास सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल

किसान धूरी की कील के समान हैं|विकास का पहिया इन्ही के योगदान से आगे बढ़ता है|दक्षिण भारत के संत तिरुवाल्लर के ये शब्द आज भी प्रासंगिक हैं|किसान अन्नदाता है|पूरा देश उनका ऋणी है| अतः किसानों का विकास सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है|ये बाते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद  ने कहीं|वे शुक्रवार को केंद्रीय सभागार में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर रहे थे|

सरकार के कामों की सराहना की:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किसानों के लिए हो रहे काम के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की|उन्होंने कहा कि वर्तमान  वित्तीय वर्ष में कई ऐसे काम हुए हैं जिनकी वजह से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है| इस दौरान केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना से किसानों को लाभ हुआ है|फसल बीमा योजना का लाभ अब तक 5.5 करोड़ किसानों को मिल चुका है| सरकार ने  बीते तीन वर्षों में किसानों को लगभग 57 हजार करोड़ रुपए की क्लेम राशि का भुगतान किया है|

12 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर का नया रिकार्ड:

बजट सत्र-2020 की शुरुआत में अपने अभिभाषण साल राष्ट्रपति ने कहा कि  प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PMKSY) से किसानों को लाभ हुआ है|इस योजना  के तहत 8 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में 43 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि जमा कराई जा चुकी है| 2 जनवरी को एक साथ 6 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 12 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर करके सरकार ने नया रिकॉर्ड बनाया है|

e-NAM से जुड़े 1 करोड़ 65 लाख किसान:

राष्ट्रपति ने मोदी सरकार की ऑनलाइन राष्ट्रीय बाजार यानी e-NAM की भी प्रशंसा की|उन्होंने कहा कि इस योजना का प्रभाव भी अब दिखाई देने लगा है|देश के 1 करोड़ 65 लाख किसान व करीब सवा लाख व्यापारी इससे जुड़ चुके हैं|लगभग 90 हजार करोड़ रुपए का कारोबार इस प्लेटफॉर्म पर हो चुका है|इस दशक में e-NAM को और प्रभावी बनाने के लिए 400 से ज्यादा नई मंडियों को इससे जोड़ने पर काम चल रहा है|