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पाम ऑइल आयात पर प्रतिबंध से क्यों खुश हैं बाबा रामदेव?

घरेलू खाद्य तेल उद्योग को केंद्र सरकार ने बड़ी राहत देते हुए रिफाइंड पाम तेल के इंपोर्ट पर रोक लगा दी है

भारत सरकार ने रिफाइंड पाम तेल के इंपोर्ट को प्रतिबंधित श्रेणी में डाल दिया है| इस प्रतिबंध के बारे में जब बाबा रामदेव से पूछा गया तो इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है| बातचीत में स्वामी रामदेव ने कहा कि जो काम 10 साल पहले होना चाहिए था, वह काम अब किया गया है| जानकारी के लिए बता दें कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने हाल ही में रुचि सोया का अधिग्रहण किया है, जिसके पास खाने के तेलों को बड़ी रिफाइनिंग क्षमता है| रूचि सोया का देश में अपने बाज़ार में 14% हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान है| रूचि सोया को भारत सरकार द्वारा लगाए गए इस प्रतिबंध से फायदा होगा!

रिफाइंड ऑयल के निर्यात पर भी लगी है रोक

बाबा रामदेव ने इस प्रतिबंध के बारे में बात करते हुए कहा कि रिफाइंड पाम तेल के इंपोर्ट पर रोक लगने से कई फायदे होंगे| घरेलू तेल उद्योग को गति मिलेगी, लोगों को रोजगार मिलेगा और पाम पैदा करने वाले किसानों को उनकी उपज के अच्छे दाम मिलेंगे| स्वामी रामदेव ने आगे कहा कि रिफाइंड ऑयल के निर्यात पर रोक लगने से भी यहां बीमार पड़ीं प्रोसेसिंग यूनिट्स को नई जान मिलेगी|

बाबा रामदेव ने प्रतिबंध के गिनाए 8 फायदे::

  1.  करीब 25,000 नए लोगों को रोजगार मिलेगा|
  2.  30 लाख टन से ज्यादा फूड ऑयल को प्रोसेस/रिफाइंड किया जाएगा|
  3.  अब प्रोसेसिंग यूनिट्स अपनी 100 फीसदी क्षमता का इस्तेमाल कर सकेंगी|
  4.  बाहर से सस्ता रिफाइंड ऑयल आने के कारण देशी रिफांइड तेल महंगा पड़ता था|
  5.  भारत सालाना 1.6 करोड़ टन खाने के तेल का इंपोर्ट करता है|
  6.  पाम की खेती करने वाले किसानों को भी फायदा होगा|
  7.  यहां तेल प्रोसेस होने से सरकार को टैक्स भी ज्यादा मिलेगा|
  8.  तेल इंपोर्ट पर जो हमारा पैसा बाहर जा रहा था, वह भी बचेगा|

विदित हो कि घरेलू खाद्य तेल उद्योग केंद्र सरकार ने बड़ी राहत देते हुए रिफाइंड पाम तेल के इंपोर्ट पर रोक लगा दी है| अब पाम ऑइल का आयात सिर्फ क्रूड पाम ऑयल के रूप में किया जा सकता है| सरकार के इस फैसले से घरेलू तिलहन उद्योग की रिफाइनिंग कैपेसिटी का बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है|

DGFT ने जारी किया नोटिफिकेशन  

विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने इस बारे में एक नोटिफिकेशन जारी किया है| नोटिफिकेशन के मुताबिक RBD रिफाइंड तेल के साथ RBD पामोलीन के इंपोर्ट को प्रतिबंधित श्रेणी में डाल दिया गया है जबकि क्रुड पॉम तेल का आयात मुक्त श्रेणी में रहेगा| अब कारोबारी लाइसेंस लेकर ही क्रूड रिफाइंड पाम तेल का आयात कर पाएंगे| घरेलू रिफाइनर्स को राहत देने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है|

ज्ञात हो कि दुनिया में सबसे ज्यादा पाम तेल का उत्पादन इंडोनिया के बाद मलेशिया में होता है| इन देशों में बायोडीजल प्रोजेक्ट शुरू होने घरेलू तेल की खपत बायोडीजल इंडस्ट्री में होने लगी है, जिससे तेल की कीमतें बढ़ने लगी हैं| पाम तेल का इस वजह से आयात महंगा हो रहा था| महंगाई के साथ ही एक कारण मलेशिया के भारत विरोधी रुख ने भी सरकार के इस फैसले के संदर्भ में योगदान दिया है| अब इसका कितना फायदा भारतीय कारोबारियों और किसानों को होता है, इसके लिए प्रतिबंध के बढ़ते अवधि और बढ़ते मूल्य पर नज़र रखनी होगी|