बजट-2020 : विशेष कारोबारी सत्र में 10 सालों की सबसे बड़ी गिरावट
निवेशकों के 3.46 लाख करोड़ रूपये डूबे
बजट-2020 के पेश होने के दौरान चल रहे विशेष कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में आयी भारी गिरावट| उम्मीदों के अनुरूप घोषणाएं होने के कारण निवेशकों में भारी निराशा देखने को मिली |इस दौरान शेयर बाजार में दस सालों की सबसे बड़ी गिरावट नजर आयी|बता दें कि बजट-2020 पेश होने के कारण 1 फरवरी शनिवार को भी खुला था शेयर बाजार|
निवेशकों के 3.46 लाख करोड़ रूपये डूबे:
शनिवार को शेयर बाजार में भारी बिकवाली नजर आयी| निवेशकों की उम्मीद के अनुरूप घोषणा न होने के कारण उन्होंने बिक्री को तरजीह दी| पहले कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुलने वाला बीएसई का सेंसेक्स 988 अंक यानी 2.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 39,735.53 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 318.30 अंक यानी 2.66 प्रतिशत लुढ़ककर 1,643.80 अंक पर बंद हुआ| ये गिरावट बीते 3 महीनों के कारोबार का सबसे निचला स्तर है। भारी बिकवाली के बीच निवेशकों को 3.46 लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा|
उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा बजट-2020:
बजट-2020 निवेशकों की उम्मीदों पर खरा नही उतरा|आर्थिक सुस्ती से जूझती अर्थव्यवस्था के बीच निवेशको को बजट से काफी उम्मीदें थी|वित्त मंत्री सीतारमण ने 2020-21 का बजट पेश करते हुए कंपनियों से लाभांश वितरण कर (DDT) हटाने का प्रस्ताव किया है। अब इसका बोझ लाभांश पाने वालों पर पड़ेगा। बजट में चालू वित्त वर्ष के राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को बढ़ाकर 3.8 प्रतिशत किया गया है जो कि पहले 3.3 प्रतिशत अनुमानित था। इसके अलावा दीर्घावधि के पूंजीगत लाभ (एलटीसीजी) कर पर कोई राहत नहीं मिलने से भी निवेशक निराश नजर आये|बजट-सत्र के दौरान शेयर बाजार के कारोबार में ये पिछले 10 सालों में आयी सबसे बड़ी गिरावट है|
बजट सत्र के दौरान 5 बड़ी गिरावटों का विवरण:
दिनांक | वर्ष | वित्त मंत्री | गिरावट |
01 फरवरी | 2020 | निर्मला सीतारमण | -988 |
05 जुलाई | 2019 | निर्मला सीतारमण | -395 |
28 फरवरी | 2013 | पी.चिदम्बरम | -291 |
16 मार्च | 2012 | प्रणव मुख़र्जी | -220 |
26 फरवरी | 2010 | प्रणव मुख़र्जी | -175 |