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रिकार्ड गेहूं उत्पादन के आसार

अनुकूल मौसम के कारण अन्य फसलों की बुआई का रकबा भी बढ़ा

देशभर में गेहूं की बुवाई 330.20 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है|जो पिछले साल की इस अवधि के मुकाबले 33.23 लाख हेक्टेयर यानी 11.18 फीसदी अधिक है।मौसमी दशाएं अनुकूल होने और बुवाई के क्षेत्र में विस्तार होने से इस साल गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद की जा रही है। ये जानकारी केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों ने दी है|

अनुकूल मौसम से बढ़ी किसानों की दिलचस्पी:

भारत आज की विश्व की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में शामिल है|देश की आधी से अधिक आबादी कृषि संबंधित कार्यों से जीवीकोपार्जन करती है| कृषि कार्य पर मौसम का विशेष प्रभाव होता है|अनुकूल परिस्थितियों में पैदावार की बढ़त होती है| साल 2019 में अनुकूल परिस्थितियों के कारण रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की खेती में कृषकों ने काफी दिलचस्पी ली है| जिसके कारण गेहूं की बुवाई का रकबा 330 लाख हेक्टेयर के पार चला गया है।अनुकूलन के कारण ही सीजन में गेहूं के साथ-साथ चना समेत दलहन एवं तिलहन फसलों रकबा भी पिछले साल के मुकाबले बढ़ गया है।कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार,रबी फसलों का रकबा 641.39 लाख हेक्टेयर हो चुका है|जो पिछले साल 590.64 लाख हेक्टेयर था। इस प्रकार पिछले साल के मुकाबले रबी फसलों का रकबा 50.75 लाख हेक्टेयर यानी 8.59 फीसदी बढ़ गया है।

अन्य फसलों के आंकड़े:

अनुकूल मौसम के कारण गेहूं के अलावा अन्य फसलों की बुआई का रकबा भी बढ़ा है|कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, रबी सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल चना का रकबा 105.35 लाख हेक्टेयर हो चुका है|ये पिछले साल की इसी अवधि के रकबे के मुकाबले 9.91 हेक्टेयर अधिक है।जबकि सभी दलहन फसलों का रकबा 157.33 लाख हेक्टेयर हो चुका है|जो पिछले साल के मुकाबले 7.80 लाख हेक्टेयर ज्यादा है।इसी प्रकार तिलहन फसलों का रकबा भी पिछले साल से 8,000 हेक्टेयर बढ़कर 79.25 लाख हेक्टेयर हो गया है।हालांकि सरसों का रकबा पिछले साल से करीब 31,000 हेक्टेयर कम है। सरसों का रकबा अब तक 68.98 लाख हेक्टेयर हुआ है।अन्य फसलों में मोटे अनाजों का रकबा पिछले साल के मुकाबले 6.33 लाख हेक्टेयर बढ़कर 53.19 लाख हेक्टेयर हो गया है।

बन सकता है गेहूं के उत्पादन का नया रिकार्ड:

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के तहत आने वाले भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर), करनाल के निदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने आईएएनएस को बताया कि गेहूं की फसल के लिए फिलहाल मौसम अनुकलू है|अगर आगे भी मौसम इसी तरह अनुकूल रहा तो गेहूं के उत्पादन का इस साल फिर नया रिकॉर्ड बन सकता है।