Arthgyani
होम > बाजार > 2019 में शेयर बाजार ने दिया मुनाफ़ा

2019 में शेयर बाजार ने दिया मुनाफ़ा

शेयर बाजार ने नयी ऊंचाइयों को स्पर्श किया

वर्ष 2019 बड़ी आर्थिक समस्याओं से घिरा रहा|वैश्विक मंदी और आर्थिक सुस्ती ने भारतीय शेयर बाजार को बुरी तरह प्रभावित किया| इस पूरे साल के दौरान बाजार ने जबरदस्त उतार चढाव भी देखा|हालांकि इस पूरी प्रक्रिया के बीच शेयर बाजार ने नयी ऊंचाइयों को स्पर्श किया|40000 के स्तर से ऊपर की मनोवैज्ञानिक बढत का आंकडा साल के अंत तक बाजार के साथ बना रहा| जिसका लाभ निश्चित रूप से निवेशकों को मिला है|इस साल शेयर और विभिन्न आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशक ‘मालामाल’ हुए हैं।आइये जानते हैं शेयर बाजार के लिए कैसा रहा साल 2019?

साल के अंत तक बरकरार रही बढ़त:

सेंसेक्स के लिए 40,000 का आंकड़ा एक मनोवैज्ञानिक बढ़त है|ये बढ़त साल के अंतिम दिन तक बाजार के पक्ष में बनी हुई है|अगर 2018 से तुलना करें तो 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 31 दिसंबर, 2018 को 36,068 अंक पर बंद हुआ था।जबकि दिसंबर के अंतिम कारोबारी दिन में सेंसेक्स 41,418 के स्तर पर बरकरार रहा|इस दौरान बाजार ने अपने उच्चतम स्तर को भी छुआ तो वहीं बाजार की शीर्ष दस में 8 कम्पनियों का बाजार पूंजीकरण भी बढ़ा|एमकैप में वृद्धि बाजार के लिए एक सकारात्मक खबर है|इस पूरे वर्ष में बैंकिंग से जुड़े शेयरों में जबरदस्त तेजी देखि गयी|सकारात्मक बाजार का प्रभाव निवेशकों के रिटर्न पर भी पड़ा|निवेशकों ने बाजार से 15.26 प्रतिशत की दर अच्छी कमाई की है।विशेषज्ञों का कहना है कि शेयरों में निवेश पर हमेशा अधिक रिटर्न मिलने की गुंजाइश रहती है,लेकिन इसमें जोखिम भी अधिक होता है। पूरे साल के उतार-चढ़ाव को देखते हुए इसे एक अच्छा रिटर्न माना जा सकता  है।

आईपीओ ने दिया बड़ा मुनाफा:

इस साल आईपीओ में पैसा लगाने वाले निवेशकों ने खूब मुनाफ़ा कमाया|इसकी शुरुआत हुई 14 अक्टूबर को लिस्ट होने वाली आईआरसीटीसी के शेयर से| इस शेयर ने 180 फीसदी की लंबी छलांग लगाई|कंपनी के शेयर 320 रुपये पर लिस्ट हुए थे, जिनका भाव वर्तमान 895 रुपये तक जा पहुंचा है|इंडियामार्ट इंटरमेश के शेयर 113 फीसदी तक मजबूत हुए हैं|कंपनी के शेयरों का इश्यू प्राइस 973 रुपये था, जो 2072 रुपये तक पहुंच गया ह| कंपनी के शेयर 4 जुलाई को लिस्ट हुए थे|इसके अलावा नियोजेन और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर के शेयर 50 फीसदी मजबूत हुए हैं|इसी प्रकार 8 अगस्त को सूचीबद्ध होने वाली ऑफल इंडिया के शेयर 745 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 1,554 रुपये पर पहुंच गए हैं|इस शेयर ने 109 फीसदी की तेजी दिखाई है| जबकि पॉलीकैब इंडिया के शेयर भी 16 अप्रैल को लिस्ट होने के बाद 80 फीसदी तक चढ़े हैं|इस प्रकार देखें तो साल निवेशकों ने आईपीओ से भी मोटा मुनाफा कमाया है|

कायम रहा विदेशी निवेशकों का भरोसा:

साल 2019 में एफपीआई(FPI) निवेशकों का भरोसा भारतीय बाजार में बरकरार रहा|बाजार के जानकारों के अनुसार अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र में भी स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद भी बाजार की तेजी का बड़ा कारण हैं  विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक|इस वर्ष एफपीआई निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में निवेश एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है।विदित हो कि यह 2014 के बाद का निवेश का उच्चस्तर है। 2014 में एफपीआई ने शेयर बाजारों में 97,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था। इसे सरकार द्वारा विदेशी निवेशकों को दी गयी राहत का परिणाम भी माना जा सकता है| जानकारों के अनुसार बजट 2020 में यदि सरकार की ओर से सुधारों को आगे बढ़ाने के संकेत मिलते हैं, तो निश्चित रूप से अगले साल भी शेयर बाजार में निवेशकों को अच्छी कमाई का मौका मिलेगा।

2020 में भी उम्मीदें:

वर्ष 2019 में मिले 15 फीसदी के रिटर्न की तुलना अगर अन्य वर्षों से करें तो ये परिणाम सुखद प्रतीत होंगे|शेयर बाजार ने 2016 में (सेंसेक्स)एक-दो फीसदी का रिटर्न ही दिया था, जबकि 2015 में शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को घाटा हुआ था। इससे पहले 2014 में 30 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को मिला था। वर्ष 2008 में वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में शेयरों में निवेश करने वालों को 50 प्रतिशत का नुकसान हुआ था।हालांकि, 2009 में शेयरों ने 90 प्रतिशत का रिकॉर्ड प्रतिफल निवेशकों को दिया। इस अनुसार देखें तो ये रिटर्न अच्छे हैं और 2020 के लिए उम्मीदें भी जगाते हैं|निवेशक आगामी बजट से काफी आशान्वित हैं। यदि सरकार ने बजट में भी सुधारों को आगे बढ़ाया तो निश्चित रूप से अगले साल भी शेयर बाजार के निवेशक अच्छा रिटर्न पाने में सफल रहेंगे। जानकारों के अनुसार अगले साल छोटे निवेशक भी अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे।