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60 करोड़ लोगों को रुपे डेबिट कार्ड मुहैया कराए गए

रुपे डेबिट कार्ड का दबदबा बढ़ रहा है।

कार्ड पेमेंट सिस्टम में रुपे का दबदबा बढ़ रहा है। यह नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) का पेमेंट सिस्टम है। पिछले तीन वर्षों में रुपे कार्डों से लेनदेन बढ़ा है। इसका मुकाबला वीजा और मास्टरकार्ड जैसी ग्लोबल कार्ड कंपनियों से है।
एनपीसीआई और भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2018-19 में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मर्चेंट पेमेंट मोड से रुपे के जरिए एक अरब ट्रांजेक्शन हुए। यह वित्त वर्ष 2017-18 के 66.7 करोड़ से करीब 70 फीसदी ज्यादा है। वित्त वर्ष 2017-18 में इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले रुपे ट्रांजेक्शन में 135 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।

वित्त वर्ष 2018-19 में मर्चेंट पेमेंट्स के लिए डेबिट कार्डों को 4.4 अरब बार स्वाइप किया गया। यह वित्त वर्ष 2017-18 के 3.3 अरब ट्रांजेक्शन की तुलना में 32 फीसदी ज्यादा है। वित्त वर्ष 2016-17 के मुकाबले वित्त वर्ष 2017-18 में यह करीब 40 फीसदी बढ़ा था।रुपे कार्ड से होने वाले ट्रांजेक्शन की ग्रोथ अच्छी है। लेकिन, यह लो बेस से आ रही है। इंडस्ट्री एक्जीक्यूटिव का कहना है कि छोटे शहरों और कस्बों में लोग पेमेंट के लिए कार्डों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए रुपे कार्ड से ट्रांजेक्शन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी 33 फीसदी है

रुपे की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीणा राय ने बताया, “कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी 33 फीसदी है। आज 1,100 से ज्यादा बैंक करीब 60 करोड़ रुपे कार्ड जारी कर चुके हैं। इनमें से आधे मिड और प्रीमियम सेगमेंट में हैं।बैंकों के लिए कार्ड ट्रांजेक्शन प्रोसेस करने वाले इनोविटी पेमेंट्स के सीईओ राजीव अग्रवाल ने बताया, “हमारे प्लेटफॉर्म पर कुल डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी करीब 23 फीसदी बढ़ी है। यह पिछले वर्ष 17 फीसदी थी।

यह शानदार ग्रोथ है। 10-25 लाख की आबादी वाले छोटे शहरों में भी एनपीसीआई की कार्ड सर्विस इस्तेमाल के लिहाज से हमारे प्लेटफॉर्म पर नंबर एक बन गई है।”वित्त वर्ष 2018-19 में रुपे कार्ड से होने वाली कुल देनदारी में भी करीब 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 30 फीसदी बढ़ी थी। इसके अलावा कुल कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी भी बढ़कर 25 फीसदी हो गई है। यह दो साल पहले 11 फीसदी थी।

एक झलक:

  • कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी 33 फीसदी है।
  • आज 1,100 से ज्यादा बैंक करीब 60 करोड़ रुपे कार्ड जारी कर चुके हैं।
  • इनमें से आधे मिड और प्रीमियम सेगमेंट में हैं।
  • एनपीसीआई ने भी कई ऑफर के जरिए रुपे कार्ड के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है।
  • वित्त वर्ष 2018-19 में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मर्चेंट पेमेंट मोड से रुपे के जरिए एक अरब ट्रांजेक्शन हुए।
  • यह वित्त वर्ष 2017-18 के 66.7 करोड़ से करीब 70 फीसदी ज्यादा है।
  • वित्त वर्ष 2017-18 में इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले रुपे ट्रांजेक्शन में 135 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।
  • वित्त वर्ष 2018-19 में रुपे कार्ड से होने वाली कुल देनदारी में भी करीब 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
  • यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 30 फीसदी बढ़ी थी।
  • इसके अलावा कुल कार्ड ट्रांजेक्शन में रुपे की हिस्सेदारी भी बढ़कर 25 फीसदी हो गई है। यह दो साल पहले 11 फीसदी थी।