अगले 50 सालों तक अडाणी संभालेंगे इन 3 हवाई अड्डों का प्रबंधन
परिचालन और विकास के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के साथ समझौता किया है
अडानी समूह हमेशा से नए-नए व्यवसायों में हाथ आजमाने के लिए जाना जाता है| इसी क्रम में अडानी समूह ने आज विस्मित करते हुए हवाईअड्डों के प्रबंधन, परिचालन और विकास के नए क्षेत्र को आजमाने का निर्णय लिया है| इसी तहत अडाणी समूह ने अहमदाबाद, मंगलूरु और लखनऊ हवाईअड्डों के प्रबंधन, परिचालन और विकास के लिये भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के साथ एक समझौता किया है|
गौतम अडाणी ने tweet कर दी जानकारी
अडानी समूह ने आज शुक्रवार को इसकी जानकारी दी| अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने एक ट्वीट में कहा है कि , ‘आज हमने मंगलूरु, लखनऊ और अहमदाबाद हवाईअड्डों के लिये AAI के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं और इससे देश की विमानपत्तन की बुनियादी संरचना संबंधी मांग को पूरा करने की एक अन्य ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत हो रही है|’
2018 में सरकार ने 6 हवाई अड्डों के निजीकरण का किया था फैसला
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने साल 2018 में ही लखनऊ, अहमदाबाद, जयपुर, मंगलूरु, तिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी हवाईअड्डों का निजीकरण करने का निर्णय लिया था, इसी के तहत अडानी समूह ने उन 6 हवाई अड्डों में से 3 हवाई अड्डों के प्रबंधन, परिचालन और विकास का जिम्मा संभाला है|
अडानी समूह की होगी हवाई अड्डों से प्राप्त आय
ज्ञात हो कि यह अधिकार आगले 50 वर्षों के लिए अडानी समूह को सुपुर्द किया गया है| इन हवाई अड्डों का संचालन निजी सार्वजनिक भागीदारी के आधार पर किया जाएगा| अडाणी समूह के पास हवाई अड्डों के संचालन, प्रबंधन और विकास का अधिकार होगा| इन हवाई अड्डों से प्राप्त आय पर अडानी की कंपनी का अधिकार होगा|
AAI ने बताया कि संचालन अधिकार के बदले अडाणी समूह से उसे जो एकमुश्त राशि मिलेगी, जिसका इस्तेमाल पुराने हवाई अड्डों के संचालन एवं विकास तथा छोटे हवाई तथा नए हवाई अड्डे बनाने और विकास के लिए किया जाएगा|