पेट्रोलियम मंत्री ने दिया संकेत, मार्च से कम हो जाएंगे LPG का रेट
सर्दीयों के मौसम की वजह से LPG की खपत में वृद्धि हुई
वैश्विक तनाव के बीच भारत में लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) की कीमतों में एक बार फिर से वृद्धि दर्ज हुई| LPG के मूल्य में लगातार वृद्धि के बारे में जब केंद्रीय इस्पात, पेट्रोलियम एवं गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से पुछा गया तो उन्होंने लगातार गैस के दामों में वृद्धि की बात को नकारते हुए संकेत दिया कि यह वृद्धि तात्कालिक है, और मार्च 2020 से LPG के दामों में कमी आ सकती है|
डिमांड बढ़ने से हुई मूल्य वृद्धि
पेट्रोलियम मंत्री का तर्क था कि सर्दीयों के मौसम की वजह से LPG की खपत में वृद्धि हुई, फलतः डिमांड और सप्लाई के नियम की तहत LPG की कीमतों में स्वतः वृद्धि की गई है| सर्दी के मौसम के बाद में जब इसकी खपत कम होगी तो स्वतः LPG के मूल्य में कमीं आ जाएगी| ज्ञात हो कि सरकार पेट्रोल और एलपीजी के मूल्कोय में मार्केट के डिमांड और सप्लाय नियम के तहत वृद्धि या कमीं लाने का प्रयास कर रही हैं|
सरकार ने सब्सिडी के रूप में दी राहत
विदित हो कि अभी हाल ही में केंद्र सरकार ने घरेलु LPG की कीमतों में 144 रूपए की वृद्धि कर दी थी, इससे चारो तरफ इसका विरोध शुरू हो गया था| सरकार ने इस दिशा में राहत देते हुए तत्काल कदम उठाया और LPG पर मिलने वाले सब्सिडी में भी भारी वृद्धि कर दी, जिससे मूल्य वृद्धि नगण्य हो गई|
मात्र 7 रूपए की हुई वृद्धि
ज्ञात हो कि मूल्य वृद्धि से पूर्व घरेलु LPG सिलेंडर पर 153 रूपए की सब्सिडी मिलती थी, जिसे मूल्य वृद्धि के बाद बढ़ा कर 292 रूपए कर दिया गया| इस पूरी प्रक्रिया के बाद सब्सिडी ले रहे घरेलु LPG उपभोक्ताओं को मात्र 6.68 रूपए अधिक राशि का भुगतान करना पड़ेगा| हालांकि सब्सिडी का लाभ नहीं ले रहे या परित्याग कर चुके लोगों के उपर काफी बोझ काफी बढ़ जाएगा|
जानकारी के लिए बताते चलें कि सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले LPG सिलेंडरों पर सब्सिडी की राशि को बढ़ा कर 312 रूपए कर दिया है|