RBI गवर्नर ने की स्टार्टअप्स को प्राथमिकता देने की वकालत
RBI गवर्नर शक्तिकान्त दास ने सेंट स्टीफंस कॉलेज के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही यह बात
बजट2020 पेश होने के एक सप्ताह पहले भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने शुक्रवार (24 जनवरी) को खपत मांग और सकल आर्थिक वृद्धि की गति बढ़ाने के लिए संरचनात्मक और ज्यादा वित्तीय उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया| दास ने कहा कि इन उद्देश्यों को पाने के लिए मौद्रिक नीति की अपनी सीमाएं हैं|
नरेंद्र मोदी सरकार अगले शनिवार यानी 1 फरवरी को अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करने जा रही है| आम बजट ऐसे समय पेश किया जा रहा है जबकि सरकार के अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की सांकेतिक वृद्धि दर घटकर 48 साल के निचले स्तर 7.5 प्रतिशत पर आ जाएगी| वहीं वास्तविक वृद्धि दर 11 साल के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर रहने का अनुमान है|
शक्तिकान्त दास हैं सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्र
विदित हो कि दास सेंट स्टीफंस कॉलेज कॉलेज के ही छात्र रहे हैं| दास ने अपने पूर्व कॉलेज के विद्यार्थियों को ही संबोधित करते हुए कहा, ‘मौद्रिक नीति की अपनी सीमाएं हैं| मांग बढ़ाने और वृद्धि को प्रोत्साहन के लिए संरचनात्मक सुधार और राजकोषीय उपाय जारी रहने चाहिए|’
ज्ञात हो कि सितंबर तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर छह साल के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत पर आ गई है| दास के इस बयान को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है| उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में तिमाही दर तिमाही आधार पर वृद्धि दर नीचे आते जा रही है|
साल 2019 में चार बार रेपो रेट में हुआ परिवर्तन
पीटीआई के एक रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में कमी के मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने फरवरी से अक्टूबर, 2019 के दौरान चार बार नीतिगत दर को 1.35 प्रतिशत घटाकर 5.15 प्रतिशत पर ला दिया है| ज्ञात हो कि यह रेपो दर का नौ साल का निचला स्तर है, मगर बैंकों की स्थिति में कुछ ज्यादा सुधार नहीं हुआ है, न ही रोजगार के संदर्भ में कोई ख़ास उपलब्धियां दर्ज हुई है|
स्टार्टअप्स को प्राथमिकता देने की वकालत की
दास ने कुछ ऐसे क्षेत्रों का भी उल्लेख किया जहां संरचनात्मक सुधार जरूरी हैं| उन्होंने कहा कि यदि इन सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाया जाता है तो ये वृद्धि को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं| उन्होंने वैश्विक मूल्य श्रृंखला के तहत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, पर्यटन, ई-कॉमर्स और स्टार्टअप्स को प्राथमिकता देने की वकालत की| दास ने कहा कि राज्य निवेश बढ़ाकर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं| इन सब स्थितियों की वजह से रिजर्व बैंक ने फरवरी से दिसंबर के बीच अपने वृद्धि दर के अनुमान को 2.9 प्रतिशत घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है|
बजट2020 जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, वैसे-वैसे बजट के तथ्यों को लेकराम जन की उत्सुकता बढती जा रही है| अगर किसी देश की मौद्रिक और आर्थिक स्थिति की सही स्थिति का ज्ञान प्राप्त करना हो तो उस देश के शीर्ष बैंक के प्रमुख से अच्छा कोई नहीं हो सकता| भारत के शीर्षतम बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर के इन वक्तव्यों में आगामी बजट को लेकर काफी कुछ पूर्वानुमान लगाया जा सकता है| साथ ही देश के लिए सरकार और RBI कैसे योजना बना रही है, यह भी जाना जा सकता है|