Arthgyani
होम > न्यूज > आर्थिक संकट से निकलने के लिए ग्रीन शूट्स को बनाए रखना होगा- RBI

आर्थिक संकट से निकलने के लिए ग्रीन शूट्स को बनाए रखना होगा- RBI

केंद्र सरकार को अपने रिफॉर्म्स ​को जारी रखना होगा: शक्तिकांत दास

रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कुछ ऐसे संकेत दिए हैं जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक सोच को दर्शाते हैं| न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में RBI गवर्नर ने कहा, ‘केंद्र सरकार को अपने रिफॉर्म्स ​को जारी रखना होगा| आर्थिक संकट से निकलने के ​लिए ग्रीन शूट्स को बनाए रखना होगा|’

ग्रीन शूट्स किसे कहते हैं?

ज्ञात हो कि अर्थव्यवस्था के संदर्भ में ग्रीन शूट्स का मतलब आर्थिक रिकवरी होता है| इस दौरान उन्होंने मौजूदा समय में देश की टेलिकॉम सेक्टर में चल रहे संकट और कंपनियों द्वारा समय पर एडजस्टे ग्रॉस ​रेवेन्यू का भुगतान करने पर भी बात किया|

RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि मांग को रिवाइव करने और इकोनॉमी को सपोर्ट करने के लिए सरकार की ओर से किए गए विभिन्न उपायों के साथ संरचनात्मक सुधार जारी रहने चाहिए| उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के कई मोर्चों पर सकारात्मक चीजें दिख रही हैं और भारत को आर्थिक सुस्ती के चपेट से निकालने के लिए उनका लगातार बने रहना जरूरी है|

कोरोनावायरस पर रखनी होगी गहरी नज़र

इंटरव्यू में दास ने कहा कि चीन में कोरोनावायरस संक्रमण से जुड़े घटनाक्रमों पर पॉलिसी मेकर्स की करीबी नजर रखनी चाहिए| इससे जल्दी किसी तरह का कदम उठाने में मदद मिलेगी|

RBI ने आर्थिक सुस्ती की आशंका को शुरुआत में ही भांप लिया था:

उन्होंने कहा कि RBI ने 2019 की शुरुआत में ही आर्थिक सुस्ती की आशंका को भांप लिया था| इसी को देखते हुए केंद्रीय बैंक ने लगातार पांच मौकों पर ब्याज दर में कटौती की|RBI गवर्नर ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वित्त वर्ष 2020-21 के बजट और हाल में किए गए विभिन्न उपायों से मांग एवं खपत को रिवाइव के लिहाज से अनुकूल माहौल तैयार हुआ है| उन्होंने इसके साथ ही भूमि और श्रम सुधार करने, कृषि क्षेत्र से जुड़ी मार्केटिंग को बेहतर बनाने और कौशल विकास पर ध्यान देने की हिमायत की|

अभी करना होगा इंतजार:

दास ने कहा, ”निश्चित तौर पर कुछ सकारात्मक चीजें देखने को मिली हैं| चीजें बेहतर हो रही हैं लेकिन हम लोगों को इंतजार करना होगा और देखना होगा कि ये सकारात्मक ट्रेंड बने रहने वाले हैं या नहीं| साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि वे कितने समय तक टिके रहते हैं|”

अगले वर्ष बेहतर होने की उम्मीद

उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष में चीजें बेहतर होने की उम्मीद है| दास ने कहा, ‘हमने 2020-21 में छह फीसद की GDP वृद्धि दर का अनुमान रखा है, जबकि चालू वित्त वर्ष में पांच फीसद की दर से वृद्धि का अनुमान है|’