सेबी ने ट्रेडिंग नियमों में किया बदलाव, शेयर मार्केट में लगेगी लगाम
कल से शेयर मार्केट पर दिखने लगेगा इन निर्णयों का असर
कोरोना वायरस से भारतीय शेयर मार्केट में निरंतर होते गिरावट पर लगाम लगाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शेयरों के खरीद-बिक्री पर लगाम लगाने के लिए नियमों में कुछ बदलाव किए है| जिससे उम्मीद है कि मुनाफाखोरी के ट्रेंड पर लगाम लग सकें, और इसे त्वरित प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है| सेबी के इन बदलाओं का प्रभाव कल सोमवार से शेयर मार्केट के खुलने के बाद देखने को मिलने लगेगा|
आइए जानते हैं कि सेबी ने क्या-क्या बदलाव किए हैं और उसका भारतीय शेयर मरकत ट्रेडिंग पर क्या असर होगा:
- शोर्ट सेलिंग पर लगाम- सेबी के नए नियमों के अनुसार अब मुनाफावसूली के उद्देश्य से शेयरों की खरीद बिक्री पर रोक लगाई जा सकती है| हालांकि यह सीमा ज्यादा शेयरों की खरीद बिक्री पर लागू होगी| छोत्र निवेशकों को इससे घबराने की आवश्यकता नहीं हैं| बाज़ार की भाषा में कहें तो अब पहले से अधिक शेयर फ्यूचर एंड आप्शंस यानी F&O के खरीद-बिक्री की अवधि में परिवर्तन होगा|
- मार्जिन में बदलाव- अगर किसी बड़े निवेशक ने 500 करोड़ या उससे ज्यादा के शेयर में खरीददारी की तो स्वत ही उसके निवेश की अवधि बढ़ जाएगी, अर्थात उसके मार्जिन अवधि को बढ़ा दिया जाएगा| ज्ञात हो कि शेयर बाज़ार में उथल पुथल के लिए बड़े निवेशक ही जिम्मेदार होते हैं| सेबी के इस कदम से बड़े निवेशक या तो दुरी बना कर रखेंगे या लंबी अवधि के लिए निवेश करेंगे|
सरकार के टास्क फ़ोर्स का पहला कदम!
जानकारी के लिए बता दें कि अपना जनता कर्फ्यू वाले संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से हो रहे अर्थव्यवस्था की क्षति को बचने के उद्देश्य से केंद्रीय वित्त मंत्री के नेतृत्व में एक आर्थिक टास्क फोर्स बनाने की घोषणा की थी| केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने #IndiaFightsCorona हैसटैग के साथ सेबी के द्वारा किए हुए बदलाओं की सुचना साझा की हैं| ज्ञात हो कि सेबी के घोषणा के अनुसार ये बदलाव आगामी एक महीने तक जारी रहेंगे, मगर यह इस बात पर निर्भर करेगा कि तब तक कोरोना वायरस देश कि अर्थव्यवस्था के लिए कैसी स्थिति उत्पन्न कर चूका होगा| विपरीत परिस्थिति में कुछ और सख्ती के साथ इस सीमा को बढाया भी जा सकता है|