Arthgyani
होम > न्यूज > अच्छी खबर: गिरावट के आंकड़ों के बावजूद Sensex और Nifty की बढत बरकरार

अच्छी खबर: गिरावट के आंकड़ों के बावजूद Sensex और Nifty की बढत बरकरार

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लिवाली बढ़ी

शेयर बाजार की अनिश्चितता प्रायः निवेशकों की मुश्किल का सबब बन जाती है|सुबह की बढ़त का शाम होते होते गिरावट में बदल जाना कोई हैरत की बात नहीं है|शेयर बाजार पर दांव लगाने वाला हर निवेशक इस तथ्य से भली भाँती परिचित होता है|शेयर बाजार के उतार चढ़ाव का सफर घरेलु बाजार एवं वैश्विक संकेतो के परिणाम पर निर्भर करता है|अगर बीते सप्ताह की बात करें तो भारतीय शेयर बाजार का कारोबार उत्साहजनक रहा|तमाम नकारात्मक घरेलू एवं वैश्विक संकेतों के बावजूद अंतिम कारोबारी दिन तक Sensex और Nifty में बढ़त बरकरार रही|क्या ये बढत विदेशी निवेशकों के भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते विश्वास का प्रतीक है?आइये जानते हैं शेयर बाजार का हाल नकारात्मक संकेतों के बीच सकारात्मक कारोबारी सप्ताह की यात्रा|

नकारात्मक संकेतों के बीच पहला कारोबारी दिन:

चीन में कोरोना वायरस के कहर से दुनियाभर में कारोबारी अनिश्चितता के माहौल बना हुआ है|इस बीच देश की खुदरा व थोक महंगाई दर में वृद्धि और औद्योगिक उत्पादन के खराब आंकड़ों ने भी निवेशकों को हतोस्त्साहित किया|देश के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2019 में देश के औद्योगिक उत्पादन में 0.3 फीसदी की गिरावट आई है।वहीं, जनवरी 2020 में खुदरा महंगाई दर 7.59 फीसदी दर्ज की गई, जोकि तकरीबन छह साल का ऊंचा स्तर है।इसके अलावा, थोक महंगाई दर भी जनवरी में बढ़कर 3.10 फीसदी हो गई, जोकि बीते नौ महीनों का उच्चस्तर है।इन आंकड़ों का प्रभाव भी कुछ कारोबारी दिनों में Sensex और Nifty पर नजर आया|

निवेशकों का भरोसा कायम:

घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों का विश्वास कायम रहने के कारण प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी पिछले सप्ताह के मुकाबले बढ़त के साथ बंद हुए।घरेलू कारकों और विदेशी बाजार से मिलने वाले संकेतों से हालांकि भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर बना रहा, लेकिन घरेलू संस्थागत निवेशकों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की लिवाली बढ़ने से इस बात का संकेत मिला कि भारत के आर्थिक विकास की रफ्तार पकड़ने के प्रति उनका विश्वास बढ़ा है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक Sensex इस सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में शुक्रवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले महज 115.89 अंकों यानी 0.28 फीसदी की बढ़त के साथ 41,257.74 पर बंद हुआ।नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक Nifty भी पिछले सप्ताह के मुकाबले सिर्फ 15.10 अंकों यानी 0.12 फीसदी की बढ़त के साथ 12,113.45 पर बंद हुआ। हालांकि बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। किंतु कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण कमजोर कारोबारी रुझानों के साथ सप्ताह की शुरुआत को देखते हुए इसे भविष्य के लिए एक मजबूत संकेत भी माना  जा सकता है|