शेयर बाजार की साप्ताहिक समीक्षा
जानीये इस सप्ताह कैसा रहेगा शेयर बाजार
बीता सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा|कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन गुरूवार को बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ|बता दें शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर्व के कारण शेयर बाजार बंद थी|इस सप्ताह की बात करें तो कोरोना वायरस के वैश्विक प्रभाव के कारण बाजार सोमवार को सप्ताह के पहले ही दिन गिरावट से रूबरू हो गया|अब बाकी बचे कारोबारी दिनों में बाजार कि क्या दशा होगी ये हर निवेशक जानना चाहता है|आइये जानते हैं वो कारक जो इस सप्ताह बाजार को प्रभावित करेंगे|
ट्रम्प की भारत यात्रा:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा पर फिलहाल पूरी दुनिया की नजरें जमी हुई हैं|बता दें की ट्रम्प दो दिवसीय भारत दौरे पर आये हुए हैं|भारत को इस दौरे से कई बड़े व्यापारिक सौदों की उम्मीद है|इसी प्रकार निवेशकों की निगाहें भी इस दौरे होने वाले व्यापारिक करारों पर लगी रहेंगी|हालांकि ट्रम्प ने दौरे से पहले ही किसी बड़ी घोषणा की संभावना से इनकार किया था|इसके बावजूद मंगलवार को दौरे के अंतिम दिन भारत की तमाम कोशिशें किसी बड़ी व्यसायिक भागीदारी पर सहमती प्राप्त करने की रहेंगी|अगर ऐसा कुछ होता है तो इसका प्रभाव निवेशकों पर सकारात्मक पड़ेगा|
वैश्विक कारक:
चीन में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण से फ़िलहाल पूरा विश्व प्रभावित है|इस संक्रमण का असर दुनियाभर के बाजारों में बीते दिनों देखा जा चुका है|अब इससे रिकवर होने के उपायों पर निवेशकों की नजर रहेगी|चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभाव दूर होने के बाद निवेशकों का मनोबल ऊंचा हो सकता है। जबकि इस सप्ताह के दौरान अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के अन्य देशों में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर भी निवेशकों की प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है।
GDP और अन्य घरेलु आंकड़े:
शुक्रवार को जारी होने वाले घरेलु आंकड़ों पर भी शेयर बाजार के निवेशक अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं|बता दें सप्ताह के अंतिम दिन चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े जारी होंगे|जबकि देश के देश के इन्फ्रास्ट्रक्वर विनिर्माण के जनवरी महीने के आंकड़े भी इसी दिन जारी किये जायेंगे|इन आंकड़ों के सकारात्मक रुझान निवेशकों पर असर डालेंगे|गौरतलब है कि भारत बीते कुछ महीनों से GDP कि गिरावट के संकट से जूझ रहा है|
अन्य कारक:
शेयर बाजार पर प्रभाव डालने वाले अन्य महत्वपूर्ण कारकों में g-20 सम्मेलन और फरवरी में समाप्त हो रहे अनुबंध भी शामिल हैं|सऊदी अरब के रियाद में शनिवार से चल रहे दो दिवसीय जी-20 सम्मेलन के नतीजों पर बाजार निगाहें लगी रहेंगी| फरवरी सीरीज के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी एफएंडओ अनुबंधों की एक्सपायरी को लेकर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बता दें फरवरी महीने के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस अनुबंधों की समाप्ति गुरुवार को होगी|अनुबंधों के समापन से बाजार में अस्थिरता माहौल नजर आ सकता है|इसके अलावा क्रूड आयल के दामों का प्रभाव भी शेयर बाजार पड़ेगा|