यस बैंक को बचायेंगे, ये सात निवेशक, एसबीआई के साथ मिलकर
सरकारी बैंक बल्क जमा के नाम पर 30,000 करोड़ रूपये डालेगा।
यस बैंक पूरी तरह डूब चूका है। यस बैंक जो कभी सबसे बड़ा बैंक था आज कंगाल हो चूका है। यस बैंक के ग्राहकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यस बैंक के ग्राहक विदेशों में अटके हुए हैं। बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं। बहुत परेशानी आई है यस बैंक के ग्राहकों को, लेकिन इस बैंक को मुसीबतों से उबारने के लिए SBI बैंक ने दिलचस्पी दिखाई है।
यस बैंक को बचाने के लिए एसबीआई बैंक सामने आया है। एसबीआई बैंक के साथ और बैंक भी यस बैंक को उबारने के लिए आगे आये हैं। ये बैंक हैं आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक, इस बैंकों के अलावा राधाकिशन दमानी, राकेश झुनझुनवाला और अजीम प्रेमजी इन सभी ट्रस्टों ने मिल कर भी यस बैंक को संकट से बचाने का निर्णय लिया है। ये सभी निवेशक भारतीय स्टेट बैंक के साथ मिल कर यस बैंक में 12,000 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश करेंगे।
एसबीआई के पास होगी 45 प्रतिशत हिस्सेदारी
यस बैंक में ये सभी निवेश करना चाहते हैं इसके लिए इन सभी ने मिल कर भारतीय रिज़र्व बैंक को प्रस्ताव भेजा है। ये सभी निवेशक यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेंगे, लेकिन सबसे ज्यादा हिस्सेदारी एसबीआई के पास रहेगी जो की 45 प्रतिशत की होगी।
प्रशांत कुमार को यस बैंक का नया सीईओ नियुक्त करने की सिफारिश की है। इसके लिए एसबीआई बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक के पास 6 पन्नो की योजना भेजी है। एसबीआई आई बैंक ने बताया कि यस बैंक में कोन कितना निवेश करेगा, बैंक ने बताया की प्रस्ताव के अनुसार सरकारी बैंक बल्क जमा के नाम पर 30,000 करोड़ रूपये डालेगा।
एसबीआई खरीदेगा 725 करोड़ शेयर
एसबीआई बैंक ने शेयर बाजार को जानकारी दी है। यस बैंक में प्रति शेयर 10 रूपये के हिसाब से शेयर खरीदे जायेंगे। खरीदे गए शेयरों की मात्र 725 करोड़ शेयर होंगे। एसबीआई आई बैंक ने ये भी बताया की यस बैंक में हमारी हिस्सेदारी पेड-अपकैपिटल की 49 प्रतिशत की ही होगी।
सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक बैंक मिलकर यस बैंक में 1,000 करोड़ रूपये का निवेश करेंगे जबकि राकेश झुनझुनवाला, राधाकिशन दमानी जैसे अमीर निवेशक 500-500 करोड़ की पूंजी लगायेंगे।