विश्व की नं.4 अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है भारत
निराधार है देश की अर्थव्यवस्था को ICU में बताने वाला तर्क
इस समय सबसे बड़ी अर्थव्यस्था अमेरिका की है जो 21.4 ट्रिलियन डॉलर की है,जबकि चौथी अर्थव्यवस्था जर्मनी की है जो 3.9 ट्रिलियन डॉलर है| जबकि भारत की अर्थव्यवस्था 2.9 ट्रिलियन डॉलर की है। लेकिन वह एक दो साल के भीतर ही जर्मनी को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर आ जायेगी। ये बातें भाजपा के राज्यसभा सांसद अरुण सिंह ने कहीं| वे राज्यसभा सत्र में एक परिचर्चा को संबोधित कर रहे थे|
निराधार है देश की अर्थव्यवस्था को ICU में बताने वाला तर्क :
काबिलेगौर हैं कि RBI समेत विश्व की तमाम रेटिंग एजेंसियों ने भारत की विकास दर में गिरावट की आशंका जताई है| इन आशंकाओं के बीच 1 फरवरी को वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किये गये बजट-2020 से हर सेक्टर की उम्मीदें जुड़ी हुई थी| बजट आने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने इसे नकार दिया था| सोमवार को राज्यसभा के एक सत्र में हुई परिचर्चा में पी. चिदम्बरम का जवाब देते हुए अरुण ने बजट को बेहतरीन बताया| उन्होंने बताया बजट-2020 विकास की गति तेज करने वाला है|अभी भारत विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था है और वह एक दो साल के भीतर ही चौथे स्थान पर पहुंच जाएगी। विपक्ष का ये तर्क निराधार है कि देश की अर्थव्यवस्था आईसीयू में है|
विलय से मजबूत हुई है बैंकिंग :
राज्यसभा में केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए सिंह ने बजट को विकास के अनुरूप बताया| उन्होंने कहा कि विश्व के सौ शीर्ष बैंकों में पहले एक भी भारतीय बैंक नहीं था |जबकि पड़ोसी देश चीन के 18 जापान के आठ बैंक के अलावा कई छोटे देशों के बैंक भी शीर्ष सौ में थे। पूर्ववर्ती सरकार में इतने बड़े-बड़े अर्थशास्त्री थे फिर भी ये हालत आश्चर्यजनक थी| मोदी सरकार के कार्यकाल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सौ टॉप बैंकों में आ गया| उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बैंकों का विलय कर बैंकिंग व्यस्था को मजबूत बनाया है।