मौजूदा विदेश व्यापार नीति 31 मार्च 2020 को समाप्त होने वाली थी परन्तु कोरोना संकट के कारण लिया गया इसमें कोई बदलाव न करने का फैसला।
कोरोना वायरस संकट और तीन सप्ताह के देशव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए सरकार ने मौजूदा विदेश व्यापार नीति (2015-20) की अवधि छह माह बढ़ाकर 30 सितंबर तक करने का निर्णय किया है। मौजूदा विदेश व्यापार नीति 31 मार्च 2020 को समाप्त होने वाली थी।
वर्तमान में जो मौजूदा नीति के तहत योजनाएं चल रही हैं वह अब 30 सितंबर तक लागू रहेंगी। समाचार एजेंसियों के अनुसार विदेश व्यापार नीति से जुड़े अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि भारतीय निर्यातकों के लिए कुछ और कदम भी उठाए जा सकते हैं। विदित हो कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-फरवरी की अवधि में देश का कुल निर्यात 1.5 प्रतिशम घटकर 292.91 अरब डॉलर रहा।
इस बीच वाणिज्य मंत्रालय अगली नीति (2020-25) के लिए सभी हितधारकों से बातचीत में लगा है, क्योंकि मौजूदा नीति का समय 31 मार्च 2020 को खत्म हो रहा है। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाला विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) नई नीति की रुपरेखा तैयार कर रहा है।
बता दें कि चालू वित्त वर्ष में आयात भी 7.30 प्रतिशत गिरकर 436 अरब डॉलर रहा है। इस प्रकार चालू वित्त वर्ष के 11 महीनों में व्यापार घाटा 143.12अरब डालर दर्ज हुआ है।
भारत में जितने लोगों के पास पैन कार्ड है, उसमें से 50% लोगों ने भी… Read More
भारत सरकार ने कल 1.7 लाख करोड़ रूपए के राहत पैकेज का ऐलान किया था,… Read More
रिज़र्व बैंक ने मौद्रिक नीति की तीन दिवसीय समिति की बैठक में रेपो दर में… Read More
रेटिंग एजेंसी Moody’s द्वारा जारी ‘ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2020-21’ में आगामी वर्ष में भारत सहित… Read More
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों से आग्रह किया है कि एंप्लॉयीज को… Read More
कोरोना की वजह से लगातार हो रहे आर्थव्यवस्था के नुकसान को देखते हुए RBI ने… Read More