कार्वी ने 15 फ़रवरी तक निवेशकों को पैसे लौटाने का वादा किया था परन्तु अब इस महीने की 25 तारीख तक या इससे पहले पैसा लौटा देने की बात कह रहे हैं।"
कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग (केएसबीएल) ने वादा किया था कि वो निवेशको का पैसा 15 फरवरी, 2020 तक लौटा देगी। लेकिन कार्वी इस बार भी नाकाम रही है। हालाँकि कार्वी ने यह समयसीमा खुद निश्चित की थी, उसपे समय या तारीख को लेकर कोई दबाव नही बनाया गया था। अब कार्वी ग्रुप ने निवेशकों को पत्र लिखकर पैसा लौटाने के लिए फरवरी तक का समय मांगा है। लेकिन, ज्यादातर निवेशक अब हताश हैं उनको अपना पैसा वापस मिलने की उम्मीद नहीं है।
इकॉनोमिक टाइम्स के अनुसार कार्वी ग्रुप के एक प्रवक्ता ने कहा, “कंपनी ने इस महीने के अंत तक क्लाइंट का पैसा लौटाने को कहा है।” लेकिन, छोटे शहरों के निवेशकों के परेशान होने की यह भी वजह है कि कार्वी के लोकल एजेंट ने भी उन्हें सही बात नहीं बताई। इनमें से ज्यादातर एजेंट सैलरी नहीं मिलने की वजह से कंपनी छोड़ चुके हैं।
पिछले साल नवंबर में यह तथ्य सामने आया था कि कार्वी ने ग्राहकों की ओर से उसके पास रखे गए 1,000 करोड़ रुपये के शेयर बिना निवेशकों की मंजूरी के गिरवी रख दिए हैं। इस खुलासे के बाद सेबी ने हैदराबाद की इस ब्रोकिंग कंपनी के खिलाफ अंतरिम आदेश जारी किए थे और इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। वहीं एनएसई ने भी उसकी सदस्यता स्थगित कर दी थी।
विदित हो कि कार्वी ने सेबी के आदेशों के खिलाफ अपील की थी। सैट ने मंगलवार 11 फ़रवरी को पारित आदेश में कहा कि कार्वी ने एनएसई और सेबी के खिलाफ अपील वापस ले रही है ऐसे में दोनों अपीलों को खारिज किया जाता है।
संकट में फंसी कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग ने प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) में एनएसई और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के खिलाफ दायर अपनी दोनों अपील वापस ले ली।
कार्वी की तरफ से निवेशकों को भेजे पत्र में कहा गया है, “हमने पहले आपको सूचित किया था कि आपको 15 फरवरी, 2020 तक या इससे पहले पैसा मिल जाएगा। हमने यह वादा इस आधार पर किया था कि हमारी सब्सिडयरी कंपनियों में से एक में हमारी हिस्सेदारी बेचने से पैसे का इंतजाम हो जाएगा। हम आपको बताना चाहते हैं कि हम फंड जुटाने के अंतिम चरण में हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ज्यादातर औपचारिकताएं पूरी होने के बाद भी पैसा आने में समय लग रहा है। हमें पूरा भरोसा है कि हम इस महीने की 25 तारीख तक या इससे पहले पैसा लौटा देंगे।”
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