अच्छा ब्रोकर वही होता है जो कम से कम या जीरो ब्रोकरेज (सर्विसेस के लिए चार्ज) ले रहा हो साथ ही कोई सालाना चार्ज नहीं ले रहा हो।
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए निवेशक को एक डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है। यह एक तरह से लॉकर की तरह काम करता है, जिसमे निवेशक के खरीदे हुए शेयर को सुरक्षित रखा जाता है। दूसरे शब्दों में डीमैट अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जो बैंक अकाउंट की तरह ही होता है लेकिन इसमें बैंक अकाउंट की तरह पैसे नहीं रखे जाते बल्कि इसमें शेयर रखा जाता है।
डीमैट अकाउंट में आपको शेयर मार्किट से शेयर खरीदनें के लिए ही पैसे रखने होते है पर इसमें कोई भी मिनिमम बैलेंस रखने की जरुरत नही होती क्यूंकि आपको कितने शेयर खरीदनी है इसकी भी कोई बाध्यता नहीं होती।
साधारणतया डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कुछेक अन्य कागज़ात के साथ वही डॉक्यूमेंट चाहिए होता है जिनसे आपने अपना बैंक अकाउंट खोला था।
डीमैट अकाउंट खोलने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें। सबसे पहले एक अच्छा भरोसेमंद स्टॉक ब्रोकर चुने। अच्छा ब्रोकर वही होता है जो कम से कम या जीरो ब्रोकरेज (सर्विसेस के लिए चार्ज ) ले रहा हो साथ ही कोई सालाना चार्ज नहीं ले रहा हो।
डिमैट अकाउंट खुलवाते समय एकबार पुनः ब्रोकर के सारे चार्जेज, सभी नियम व शर्तों के बारे में ज़रूर पूछताछ करें, क्योंकि समय समय पर ये सभी ब्रोकर कुछ कुछ बदलाव करते रहते हैं। आपको डिमैट अकाउंट के तहत किन किन शर्तों और नियमों को मानना ज़रूरी होगा ज़रूर पता कर लें, फिर डिमैट अकाउंट खुलवाएं।
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