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सरकार की मेहनत लाई रंग, तीसरे तिमाही में GDP ने की वृद्धि दर्ज

सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी GDP में कोई ख़ास वृद्धि नहीं हो पा रही थी| इस दृष्टिकोण से यह थोड़ी सी बढ़त भी उल्लेखनीय है और भविष्य के लिए आशान्वित करती है

अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चाहुओर से घिरने के बाद सरकार के लिए आखिरकार एक अच्छी खबर आई है| अक्टूबर से दिसंबर के तीसरी तिमाही में भारत सरकार ने अपने ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में बढ़त बनाते हुए 4.7% की GDP दर्ज की है| ज्ञात हो कि यह इस वित्तीय वर्ष का पहला तिमाही है जिसमें बढ़ोतरी दर्ज की गई है| अन्यथा सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी GDP में कोई ख़ास वृद्धि नहीं हो पा रही थी| इस दृष्टिकोण से यह थोड़ी सी बढ़त भी उल्लेखनीय है और भविष्य के लिए आशान्वित करती है|

जुलाई-सितम्बर तिमाही में मात्र 4.5% की थी GDP

जानकारी के लिए बताते चलें कि इससे पूर्व के तिमाही यानी जुलाई-सितम्बर तिमाही में मात्र 4.5% की जीडीपी दर्ज हुई थी, जोकि 6 सालों में सबसे कम थी| इस वजह से अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार के रवैये के प्रति काफी प्रश्न चिन्ह लगाए गए थे| विपक्ष सहित तमाम विरोधी दलों ने सरकार को घेरने का प्रयास किया था|

आइए जानते हैं कि इस तीसरे तिमाही के 4,7% की GDP में किस सेक्टर का कितनी योगदान रहा है:

  1. माइनिंग सेक्टर ने इस तिमाही में 3.2% ग्रोथ दर्ज की है जोकि पिछले साल के इसी तिमाही के माइनस 4.4% से बेहतर है|
  2. हालांकि विनिर्माण क्षेत्र ने पिछले साल के 5.2% के ग्रोथ के मुकाबले इस बार माइनस 0.2% की जीडीपी दर्ज की है, जोकि दुखद है|
  3. विधुत, वाटर और गैस क्षेत्र में इस तिमाही में माइनस 0.7% की जीडीपी दर्ज हुई है, जोकि पिछले साल 9.5% पर थी|
  4. कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में इस बार बहुत नुकसान दर्ज हुआ है और यह पिछले साल के 6.6% के मुकाबले मात्र 0.3% की ग्रोथ दर्ज की है|
  5. होटल क्षेत्र में भी ग्रोथ रेट 7.8% से घटकर इस साल के तिमाही में 5.9% के स्तर पर आ गया है|·         हालांकि रियल एस्टेट क्षेत्र में ग्रोथ रेट 6.5% से बढ़कर 7.3% पर आ गया है|
  6. हालांकि रियल एस्टेट क्षेत्र में ग्रोथ रेट 6.5% से बढ़कर 7.3% पर आ गया है|
  7. और जैसा की उम्मीद थी रक्षा क्षेत्र में ग्रोथ रेट 8.1% से बढकर 9.7% हो गया है|
अजीत सिंह

विगत सात वर्षों से लेखन कार्य में सक्रिय| वाणिज्य से स्नातक व सिविल सेवाओं की तैयारी के उपरांत पूरी तरह से लेखन कार्य में समर्पित| कहानी लेखक के तौर पर कई साहित्यिक समूहों द्वारा सम्मानित| ऑनलाइन ब्लॉग लेखक और राजनीतिक विश्लेषक| वर्तमान में अर्थज्ञानी के लिए आर्थिक लेखन |

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अजीत सिंह

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