सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) – विशेषताएं, उद्देश्य
11 अक्टूबर 2014 को सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की शुरुआत की थी
सांसद आदर्श ग्राम योजना (Sansad Adarsh Gram Yojana): लोक सभा से लगभग हर पांच साल में हर संसदिय क्षेत्र से एक सांसद का चयन किया जाता है| वैसे ही राज्य सभा के लिए भी हर 6 साल में सांसदों का चयन होता है| एक संसदीय क्षेत्र की विशालता को देखते हुए क्रमबद्ध विकास के लक्ष्य के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मतिथि पर 11 अक्टूबर 2014 को सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की शुरुआत की थी|
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) क्या है?
हम हमेशा देखते आए हैं कि ग्रामीण क्षेत्र, शहरी क्षेत्रों के मुकाबले हर मामलें में पिछड़े रहते हैं| इसी अंतर को कम करने के उद्देश्य से शुरू किए गए सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) का लक्ष्य हर सांसद द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र में हर साल एक ग्राम पंचायत को गोद लेकर इस तरह से विकास करना है कि उससे अन्य ग्राम पंचायतें भी प्रेरणा लें और स्वतः स्फूर्त रूप से अन्य ग्राम क्षेत्रों का भी आदर्श तरीके से विकास हो| जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार का ग्रामीण विकास मंत्रालय इस योजना का नोडल मंत्रालय/एजेंसी है|
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) में तीन बातों पर जोर देने की बात की गई थी
- पहला था उत्पादन को मांग पर आधारित किया जाए|
- समाज इस योजना के द्वारा प्रेरित होकर इसमें जनता की भागीदारी को बढाने वाला साबित हो|
- तीसरा और सर्वप्रमुख निहित उद्देश्य तत्त्व है, सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए सार्वजनिक सेवाओं तक पहुंच में सुधार हो|
Sansad Adarsh Gram Yojana की विशेषताएं
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री के इस योजना के लक्ष्य में एक दीर्घगामी लक्ष्य था| हमारे संसदीय प्रणाली में संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्य सभा को मिलाकर हर समय लगभग 800 सांसद होते हैं| इस तरह से अगर हर एक सांसद हर साल एक ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम में बदलते जाएं तो पांच वर्षों में लगभग 4,000 गांवों को आदर्श ग्राम में तब्दील किया जा सकता है| इन आदर्श ग्रामों को देख कर अन्य गांव भी प्रेरणा लेंगे और इस संख्या में वृद्धि होगी| ज्ञात हो कि लोकसभा और राज्यसभा मिलाकर संसद में अभी कुल 788 सांसद हैं| योजना के प्रारंभ में 703 सांसदों ने इस योजना ले तहत एक-एक ग्राम पंचायत का चयन किया था| ज्ञात हो कि इस योजना में सांसदों के मार्गदर्शन में ग्राम विकास योजना (VDF) के लिये ग्राम पंचायतों के विकास के लिये गोद लिया जाता है|
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) को फण्ड:
सांसद आदर्श ग्राम योजना के फंडिंग के लिए शुरू से ही कई श्रोतों के ऊपर निर्भर रखा गया है| सर्वप्रथम सांसदों को मिलने वाला सालाना विकास फंड इसका प्राथमिक फण्ड है| इसके अलावे इंदिरा आवास, PMGSY और मनरेगा आदि से भी इसको फंडिंग की जाती थी और इसके अलावे कई कंपनियां भी बहुत सी ग्रामीण योजनाओं में योगदान दे देते हैं|
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) के उद्देश्य:
- SAGY योजना का लक्ष्य आदर्श ग्रामों के द्वारा अन्य ग्रामों को प्रेरित करना था|
- खेती, पशुपालन, कुटीर उद्योग, रोजगार आदि का समुचित विकास|
- ग्रामीन और शहरी सुविधाओं के अंतर को कम करना|
- महात्मा गांधी के आदर्श भारतीय गांव के बारे में की व्यापक कल्पना को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में ध्यान में रखते हुए एक यथार्थ रूप देना भी इस योजना का एक लक्ष्य था|
- प्राथमिक तौर पर 2400 गांव को आदर्श ग्राम के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है|
- संबंधित सांसद की देख-रेख में चुनी हुई ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार|
- स्कूल और शिक्षा, पंचायत भवन का निर्माण, गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य, मिड डे मील इसके अन्य निहित उद्देश्य थे|
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की समीक्षा
इस योजना के प्रारम्भ होने के उपरांत से कई ग्रामों में परिवर्तन आए हैं| गांवों में लोगों ने साफ़ सफाई पर ज्यादा ध्यान लेने लगे हैं| सिंचाई योजनाओं का विकास हुआ है| लोग रोजगार के लिए नए तकनीकों का प्रयोग करने लगे हैं| किसानों की पहुंच आधुनिक सुविधाओं तक पहुंची है| सामाजिक विकास के सूचकांकों में सुधार देखने को मिल रहा है, मगर फिर भी सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) में उतना विकास नहीं हुआ जिस लक्ष्य को लेकर इसका प्रारंभ किया गया था|
लक्ष्य से काफी दूर
सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की ऑफिसियल वेबसाइट के अनुसार प्राप्त तथ्यों के अनुसार अभी इस योजना के लिए निर्धारिक लक्ष्य का 50% की भी पूर्ति नहीं हो पाई है| कई क्षेत्रों में तो इसकी स्थिति बहुत ही निराशाजनक है| इस निराशाजनक अप्रोच को बदलने के उद्देश्य से सांसदों को सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की ट्रेनिंग भी दी गई है| आइए प्राप्त आंकड़ों की समीक्षा करते हैं:
- ग्राम पंचायतों को को गोद लेने में सांसदों की बेरुखी को परिवर्तन करने के उद्देश्य से ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों को खास निर्देश जारी किए किया है कि, वे स्थानीय स्तर पर वर्कशॉप कर सांसदों को गांव गोद लेने के लिए प्रेरित करें|
- SAGY योजना के तहत गोद लिए गए ग्राम पंचायतों में से आधी परियोजनाएं अभी तक पूरी नहीं हुई हैं| दूसरी तरफ लगभग 1/3 परियोजनाओं पर तो अभी काम प्रारंभ भी नहीं हुआ है|
- सांसद आदर्श ग्राम योजना (SAGY) की ऑफिसियल वेबसाइट www.sagy.gov.in से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 3 जुलाई 2019 तक सांसदों ने इस योजना के तहत मात्र 1484 ग्राम पंचायतों की पहचान की है|
- अभी तक सांसदों द्वारा मात्र 68,407 परियोजनाओं का ब्यौरा अपलोड किया है| इनमें से भी मात्र 38,021 परियोजनाएं ही पूर्ण हुई है, जोकि कुल परियोजना का सिर्फ 56% है|