दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना – लाभ
सरकार ने इस योजना के लिए 43,33 करोड़ का बजट तैयार किया है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (Deen Dayal Upadhyaya Gram Jyoti Yojana) की शुरुआत नवम्बर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई थी। इस योजना का लक्ष्य हर गांव तक बिजली पहुंचना है। खेतों में किसानो को बिजली उपलब्ध करवाना तथा इस योजना के तहत किसानो को खेतों के लिए ट्रांसफार्मर, फीडर और उनको बिजली मीटर उपलब्ध करवाना है। किसानो को या गांव वालों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए आसानी से सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायेंगी।
सरकार ने इस योजना के लिए 43,33 करोड़ का बजट तैयार किया है। सरकार इसमें अभी 33,453 करोड़ रूपये का ही निवेश करगी। इस योजना में अन्यराज्यों की भी आर्थिक भागीदारी होती है। इस योजना का उदेश्य ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाना है। दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत एक रिपोर्ट बनायी जायेगी जो भी घर या कोई किसान को बिजली या मीटर नहीं मिला है। सबसे पहले उनको लिस्ट पे लाया जाएगा।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के लाभ
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत सभी राज्यों को 60 प्रतिशत का विशेष दर्जा दे कर इस योजना से लाभांवित लिया जाएगा। और जो विशिष्ट राज्य हैं उनको 85 प्रतिशत तक का लाभ दिया जाएगा। सरकार की धारणा है कि ये योजना जल्द से जल्द पूरी हो और ज्यादा से ज्यादा किसानो को इसका लाभ मिल सके। किसानो की खेती करने में आसानी होगी। पैदावार बढ़ेगी किसानों की आर्थिक स्थिती सुधरेगी।
इस योजना को 2 साल में पूरी करने का लक्ष्य
सरकार द्वारा चलाई गई दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से बहुत लाभ मिलेगा। जिन घरों में मीटर नहीं है उनको मीटर उपलब्ध करवाएं जायेंगे। उपभोगता के घर के हिसाब से बिजली का लोड दिया जाएगा। उसके हिसाब से बिजली का बिल आएगा। उपभोगता को परेशान नहीं होना पड़ेगा खपत के हिसाब का बिल भुगतान करना पड़ेगा।
सरकार इस योजना का कॉन्ट्रैक्ट देगी, कॉन्ट्रैक्ट देने के बाद 2 साल यानी 24 महीनो में इस योजना को पूरा किया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा किसानो और ज्यादा से ज्यादा बिजली उपभोगताओं को इसका लाभ दिया जाएगा। ख़ास कर उन उपभोगताओं को इसका लाभ मिलेगा जो अभी तक इस से वंचित रहे हैं।